सीएम बघेल ने 'भरोसे के सम्मेलन' मंच से... बस्तर में की नई घोषणाएं... बोले, मोबाइल और चप्पल नहीं, सीधे जेब में पैसा डाल रही सरकार
2023-04-13 03:50 PM
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जगदलपुर के लाल बाग मैदान में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जगदलपुर में 'मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना' का शुभारंभ किया। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि श्रीमती प्रियंका वाड्रा की उपस्थिति में बस्तर संभाग की 1840 ग्राम पंचायतों को 5-5 हजार रूपए की अनुदान राशि जारी की गई। योजना के तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत को प्रति वर्ष दो किश्तों में मिलेगी 10 हजार रूपए की राशि।
इस मौके पर मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि योजना के तहत आदिवासी पर्व एवं त्यौहारों के गरिमामय आयोजन के लिए राज्य शासन द्वारा ग्राम पंचायतों को अनुदान राशि दी जाएगी। सीएम बघेल ने कहा कि बस्तर के बाहर के लोग यहां आने से डरते थे। नक्सलियों की दहशत से कोई छत्तीसगढ़ नहीं आता था। हमारे घर वालों की नींद हराम रहती थी, जब तक हम घर नहीं लौटते थे, वो चिंतित रहते थे। नक्सली और पुलिस दोनों की गोलियां चलती थी, लेकिन सीना हमारे निर्दोष आदिवासियों का छलनी होता था।
सीएम बघेल ने कहा कि यहां पर आदिवासियों की जमीनें छीन ली गयी थी। देश में पहला उदाहरण था, जब हमने लोहंडीगुड़ा में आदिवासियों की जमीनें वापस कराने का काम किया। अब विकास के रास्ते पर हम चल रहे हैं, बस्तर आगे बढ़ रहा है। योजनाओं का लाभ लोग ले रहे हैं। शिक्षा के माध्यम से फिर से बस्तर को आगे बढ़ाने का काम चल रहा है। सीएम ने कहा कि श्रीमती इंदिरा गांधी आई थी, उन्होंने आदिवासियों को पट्टा दिया था। राहुल गांधी ने आदिवासियों का पट्टा वापस दिलाया है।
सीएम बघेल बोले कि हम शिक्षा के माध्यम से आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। यहां के नौजवानों को रोजगार मिल रहा है। पहले कभी कोई दंतेवाड़ा के जंगल में नहीं जा सकता था। दंतेवाड़ा में आज डेनेक्स में कपड़े बनाए जा रहे हैं, ये कपड़े देश दुनिया में जा रहे हैं। हमारी बहनें काम कर रही हैं, आगे बढ़ रही हैं। लाखों परिवारों को वनाधिकार पट्टा देने का काम किया। यह सम्मेलन बस्तर और छत्तीसगढ़ के लोगों के भरोसे का सम्मेलन है।
उन्होंने कहा कि अब तो हम अगले खरीफ सीजन में 15 की जगह 20 क्विंटल धान खरीदने जा रहे हैं। ये सम्मेलन भरोसे का है, आदिवासियों, किसानों, मजदूरों, माताओं, बच्चों, बस्तर और छत्तीसगढ़ के भरोसे का सम्मेलन है। माँ दंतेश्वरी माई, बस्तर का दशहरा, और यहां के आदिवासियों की संस्कृति बस्तर की पहचान है। इसी दिशा में काम करते हुए हम देवगुड़ियों और घोटुलों का निर्माण कर रहे हैं। लोक पर्वों पर हमने छुट्टी प्रदान की है। हमारी कोशिश यही है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को काम दे सकें और लोगों की विकास में भागीदारी हो।
उन्होंने कहा कि हम जूते, चप्पल और मोबाइल नहीं दे रहे बल्कि आपकी जेब में पैसा डाल रहे हैं ताकि आप जो चाहें वो खरीद सकें। हमने डेढ़ लाख करोड़ रूपए लोगों की जेब में डाले हैं। हमने किसानों का कर्जा माफ किया, इनपुट सब्सिडी और समर्थन मूल्य के साथ धान का 2500 रूपए दिलाने का वादा पूरा किया है। राजीव किसान न्याय योजना से किसानों को 9000 प्रति एकड़ देने का कार्य किया है।
मुख्यमंत्री की घोषणाएं
— बस्तर संभाग मुख्यालय जगदलपुर में "इन्दिरा गांधी महिला सहकारी बैंक की स्थापना की जाएगी।
— नारायणपुर में शासकीय आदर्श महिला महाविद्यालय नारायणपुर का नामकरण वीरांगना रमोतीन माड़िया शासकीय आदर्श महिला महाविद्यालय नारायणपुर के नाम से किया जाएगा।
— नारायणपुर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र केरलापाल का नामकरण घोटुल के संस्थापक देव "लिंगो मुदियाल कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र केरलापाल नारायणपुर" के नाम से किया जाएगा।
— दंतेवाड़ा शासकीय नवीन महाविद्यालय कटेकल्याण का नामकरण "हिड़मा मॉझी शासकीय महाविद्यालय कटेकल्याण" के नाम से किया जाएगा।
— बीजापुर शासकीय नवीन महाविद्यालय भैरमगढ़ का नामकरण "धुर्वाराव माड़िया शासकीय महाविद्यालय भैरमगढ़" के नाम से किया जाएगा।