इन्होंने उड़ी हौसलों की नई उड़ान, जानिए ऐसा क्या किया
रायपुर। यह कहानी है हौसलों की उस उड़ान की, जो उन लोगों द्वारा एक संकल्प और विश्वास के साथ शुरू की गई है, जिन्हें उड़ने की तमन्ना तो है, लेकिन कभी उड़ान भरा नहीं। वे जिंदगी की सफर में ठीक से चल ही नहीं पाये, क्योंकि उन्हें अब तक ऐसा कोई मिला नहीं, जो उन्हें यह बता सकें कि कुछ पाने के लिए कुछ करना पड़ता है और मंजिल पर पहुंचने के लिए आगे बढ़ना भी पड़ता है।
जांजगीर-चाम्पा जिले के ग्राम पेण्ड्री के गौठान में ग्रामीण औद्योगिक पार्क के माध्यम से विभिन्न आजीविका गतिविधियों की शुरूवात हो गई है। कलेक्टर ऋचा चौधरी ने जहां इन रीपा कार्यक्रमों में ग्रामीण बेरोजगारों को प्राथमिकता से आयमूलक गतिविधियों से जोड़ने की पहल की है, वहीं गौठानों के आसपास संचालित स्व-सहायता समूह के सदस्यों को भी रोजगार से जोड़ते हुए आगे बढ़ाने की कोशिश की है।
जिला प्रशासन की इन्हीं प्रयासों के बदौलत पेण्ड्री के गौठान में जय मां दुर्गा स्व-सहायता समूह के रूप में 12 ऐसी महिलाएं और पुरूष भी है, जिनमें से 10 सदस्य शारीरिक रूप से दिव्यांग है और मशरूम की खेती अपनाकर दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। इन्हें खुशी है कि जिला प्रशासन ने उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए गौठान में मशरूम के व्यवसाय से जोड़ा और शेड़ बनाकर देने के साथ उत्पादन को बढ़ाने में आर्थिक सहयोग की।
कुछ दिन पहले समूह के कार्यों को देखकर छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने इनके प्रयासों को सराहा और सफलता की राह में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। कलेक्टर ने भी दिव्यांग महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि आप अपने आपको दिव्यांग न समझिए, कुछ लोग शारिरिक रूप से ठीक होकर भी कुछ प्रयास नहीं करते, लेकिन आप सभी ने आत्मनिर्भर बनने जो हौसला दिखाया है वह काबिल ए तारीफ है।