छत्तीसगढ़

Maghi Punni: महादेवघाट रायपुर के साथ त्रिवेणी संगम राजिम में लगी आस्था की डुबकी

रायपुर। माघ पूर्णिमा राजधानी रायपुर सहित प्रदेश भर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। राजधानी स्थित महादेव घाट के साथ त्रिवेणी संगम राजिम में भक्तों ने आस्था की डुबकी अलसुबह से लगाई। माघी पुन्नी का पुण्य स्नान कर भक्तों ने रायपुर में हटकेश्वर नाथ महादेव और राजिम में कुलेश्वर महादेव का जल चढ़ाया। प्रदेश के अन्य मंदिरों में भी सुबह से लोगों की भीड़ लगी रही।

त्रिवेणी संगम में पुण्य स्नान

भक्तों ने गरियाबंद जिले के राजिम स्थित त्रिवेणी संगम पुण्य स्नान किया। आसपास के गांवों सहित प्रदेश भर से बड़ी संख्या में यहां लोग पहुंचे। बतादें कि राजिम में महानदी, पैरी नदी तथा सोंढूर नदी का संगम है। यहां आज से 18 फरवरी महाशिवरात्रि तक मेले का आयोजन किया गया है।

2001 मनाया जा रहा उत्सव

राज्य शासन द्वारा वर्ष 2001 से राजिम मेले को राजीव लोचन महोत्सव के रूप में मनाया जाता था, वर्ष 2005 से इसे कुम्भ के रूप में मनाया जाता रहा था, और अब 2019 से राजिम माघी पुन्नी मेला के रूप में मनाया जा रहा है। यह आयोजन छत्तीसगढ़ शासन धर्मस्व एवं पर्यटन विभाग एवं स्थानीय आयोजन समिति के तत्वाधान में होता है। मेला की शुरुआत कल्पवास से होती है।

101 किमी की पंचकोशी यात्रा

पखवाड़े भर पहले से श्रद्धालु पंचकोशी यात्रा प्रारंभ कर देते हैं पंचकोशी यात्रा में श्रद्धालु पटेश्वर, फिंगेश्वर, ब्रम्हनेश्वर, कोपेश्वर तथा चम्पेश्वर नाथ के पैदल भ्रमण कर दर्शन करते हैं तथा धुनी रमाते हैं। 101 कि॰मी॰ की यात्रा का समापन होता है और माघ पूर्णिमा से मेला का आगाज होता है।

साधु संतों का जमावड़ा

राजिम माघी पुन्नी मेला में विभिन्न जगहों से बड़ी संख्या में साधू संत पहुंच रहे है। प्रतिवर्ष हजारो की संख्या में नागा साधू, संत आदि आते हैं, तथा विशेष पर्व स्नान तथा संत समागम में भाग लेते हैं, प्रतिवर्ष होने वाले इस माघी पुन्नी मेला में विभिन्न राज्यों से लाखों की संख्या में लोग आते हैं।