छत्तीसगढ़

22 लाख से अधिक की गोबर पेंट की हुई बिक्री, पसंद कर रहे लोग

रायपुर। प्रदेश के गोठानों को ग्रामीण औद्योगिक पार्क के रुप में विकसित किया जा रहा है। इसी क्रम में प्रदेश के गोठानों में आयमूलक गतिविधियों के संचालन के साथ-साथ नवाचार के रूप में गोबर से प्राकृतिक पेंट का उत्पादन भी शुरू हो गया है। वर्तमान में गोबर से प्राकृतिक पेंट बनाने के लिए 12 यूनिटें शुरू हो चुकी है।

क्रियाशील यूनिटों के माध्यम से अब तक 17936 लीटर प्राकृतिक पेंट का उत्पादन किया गया है, जिसमें से 9622 लीटर प्राकृतिक पेंट के विक्रय से 22 लाख 51 हजार 110 रूपए की आय अर्जित हुई है। राज्य के 28 जिलों के 29 चिन्हित गौठानों में गोबर से प्राकृतिक पेंट बनाने की यूनिट स्थापना अंतिम चरण में है। शीघ्र ही इनसे प्राकृतिक पेंट का उत्पादन होने लगेगा।

गौठानों में 1 लाख 26 हजार 858 लीटर गोमूत्र की खरीदी

राज्य के गौठानों में 4 रूपए लीटर की दर से गोमूत्र की खरीदी की जा रही है। गौठानों में अब तक 1 लाख 26 हजार 858लीटर गौमूत्र क्रय किया जा चुका है। इससे गौठानों में महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा 47,447लीटर कीट नियंत्रक ब्रम्हास्त्र और 21,008 लीटर वृद्धिवर्धक जीवामृत तैयार किया गया है। 59,557 लीटर ब्रम्हास्त्र और जीवामृत की बिक्री से अब तक कुल 25 लाख 74 हजार 355 रूपए की आय हुई है।