छत्तीसगढ़

शंकराचार्य ने भी सीएम भूपेश की 'गोधन न्याय योजना' को सराहा... बोले, गुरु बनाने से पहले, परख जरुरी

दुर्ग—भिलाई। ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती शनिवार को दुर्ग—भिलाई पहुंचे। यहां वे शंकराचार्य कॉलेज के चेयरमेन आईपी मिश्रा के घर आए हुए थे, तो मीडिया से भी उन्होंने चर्चा की। जिसमें उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार की 'गोधन न्याय योजना' को लेकर बात भी की, तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कामों की जमकर सराहना की। 

शंकराचार्य ने कहा कि गाय की रक्षा के लिए हम सभी को कार्य करना चाहिए। इस्लाम में भी कहा गया है कि जिसका हम दूध पीते हैं उसको काटना नहीं चाहिए। इसके बाद भी गाय काटी जा रही है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस पर बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं। यह सिर्फ छत्तीसगढ़ ही नहीं अन्य प्रदेशों में भी लोगों उन्हें बताया कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री गायों के संरक्षण को लेकर बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं। 

धर्मांतरण को लेकर उन्होंने कहा कि एक क्षेत्रीय स्तर पर राजनीति होती है, एक देश और एक विश्व स्तर पर राजनीति होती है। जिस समय आप क्षेत्र की राजनीति करते हैं उस समय देश और विश्व की राजनीति भी चलती रहती है। कुछ ऐसी शक्तियां हैं जो पूरे विश्व में अपना राज्य स्थापित करना चाहती हैं। उनके द्वारा अलग-अलग देशों में जो सरकार के लोग हैं उनके विरुद्ध षडयंत्र किए जाते रहते हैं। धर्मांतरण पूरे विश्व में हो रहा है। यह इसलिए है क्योंकि कुछ लोग चाहते हैं कि पूरे विश्व में उनका शासन हो जाए। राजनीतिक कारणों से पूरे विश्व में और भारत में धर्मांतरण हो रहा है।

परखने के बाद गुरु बनाना चाहिए
शंकराचार्य ने कहा कि गुरु बिना ज्ञान और मोक्ष की प्राप्ति नहीं होती, लेकिन गुरु बनाने से पहले अच्छी परख आज के दौर में जरुरी है। दरअसल, उनके इस बात का सीधा मतलब उन ब्रांडेड संतों से था, जो टीवी पर ज्ञान और उपदेश देकर भीड़ जुटा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वज कह गए हैं कि गुरु करो जान के और पानी पियों छान के।