बिलासपुर में अंबिकापुर के छात्र की हत्या करके कार सवार बदमाशों ने लाश को रायपुर नेशनल हाईवे पर छोड़ दिया और भाग गए। मंगलवार सुबह 11 बजे दिल्ली IAS कोचिंग एकेडमी से लौटते हुए यश साहू ने आखिरी बार अपने पिता से बात की तो वह डरा सहमा लग रहा था। फिर उसने पिता से सोने जाने की बात कही। पूरा मामला सिरगिट्टी थाना क्षेत्र का है।
बिलासपुर में मंगला के चंद्र विहार कॉलोनी में किराये के रूम में यश साहू रहता था। उसके पिता किराना का व्यवसाय अंबिकापुर में करते हैं। सोशल मीडिया पर मृतक की तस्वीर वायरल करके पुलिस ने छात्र की पहचान की है। CCTV फुटेज के आधार पर कार की पहचान करके हत्यारों की तलाश की जा रही है। प्रारंभिक जांच में अफेयर के चलते हत्या की आशंका जताई जा रही है।
आरोपियों ने मृतक यश साहू के मोबाइल से उसके दोस्त हार्दिक बंसल को मंगलवार शाम करीब 5 बजे फोन पर कहा, अपने दोस्त यश साहू को ले जाओ। जिसके बाद हार्दिक बंसल कुछ लोगों के साथ यश साहू को लेने आरोपियों द्वारा बताई गई जगह पर गया, लेकिन वहां कोई नहीं मिला। आरोपियों ने काफी देर तक मृतक के दोस्तों को गुमराह करते रहे। फिर रेलवे स्टेशन के पास यश साहू का मोबाइल फेक कर चल गए।
जबकि मंगलवार की दोपहर 2 से 2.30 बजे के बीच सिरगिट्टी पुलिस को सूचना मिल गई थी कि, परसदा स्थित गुंबर पेट्रोल पंप के पास युवक का शव सड़क पर पड़ा है। यानि युवक का शव फेंकने के बाद भी शाम 5 बजे उसके दोस्तों को गुमराह किया जा रहा था।
रायपुर हाईवे से गुजरने वाले स्थानीय लोगों ने बताया, एक कार आकर वहां रुकी थी। पहले किसी ने उस पर ध्यान नहीं दिया। कुछ देर बाद उसमें सवार लोग शव को फेंककर भाग गए। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव की पहचान करने की कोशिश में जुट गई थी।
शव किसी सुनसान स्थान पर ठिकाना लगाया जा सकता था पर बड़ी बात यह है कि आरोपियों ने उस स्थान को क्यों चुना जहां चौबीसों घंटे भीड़ रहती है। घटनास्थल के करीब ही हाईटेक बस स्टैंड, सिरगिट्टी मार्ग, पेट्रोल पंप और बड़े होटल और शादी घर है। मार्ग से गुजरने वाले मजदूरों ने पुलिस को बताया कि जिस समय गाड़ी रुकी दोपहर का लू चल रहा था और वहां कोई मौजूद नहीं था।
युवक के नाक से खून बहा हुआ था। इसी तरह सिर के पीछे की ओर चोट व शरीर पर चोट के निशान हैं। मामला अपहरण के बाद हत्या की भी हो सकती है। यही वजह है कि पुलिस सभी एंगल से जांच कर रही है।घटना के समय एसपी संतोष कुमार सिंह पुलिस अफसरों व जिले के थानेदारों की मीटिंग ले रहे थे।