RBI ने फिर बढ़ाया रेपो रेट, फिर बढ़ेगी ईएमआई
नईदिल्ली। महंगाई की मार झेल रही जनता की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। दो दिनों से चल रही मौद्रिक नीति की बैठक ने आज फिर से रेपो रेट बढ़ाने का फैसला ले लिया है। RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने घोषणा की कि RBI ने रेपो दर को 25 आधार अंकों से बढ़ाकर 6.5% कर दिया है। बता दें, इससे पहले हुई सभी 5 बैठकों में रेटो रेट में बढ़ोतरी की गई थी। सरकार ने आरबीआई को महंगाई को छह फीसद (दो फीसद ऊपर या नीचे) के स्तर पर रखने की जिम्मेदारी दी हुई है। महंगाई दर जनवरी, 2022 से तीन तिमाहियों तक लगातार छह फीसद से ऊपर बनी रही। इसमें नवंबर और दिसंबर 2022 में कुछ राहत मिली थी।
तीन साल में विभिन्न चुनौतियों का सामना
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि पिछले करीब तीन साल में विभिन्न चुनौतियों के कारण दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों के लिए मौद्रिक नीति के स्तर पर चुनौती रही है। इससे पहले 7 दिसंबर को आरबीआई की तरफ से रेपो रेट में 35 बेसिस प्वाइंट का इजाफा किया गया था। रेपो रेट बढ़ने का सीधा असर बैंकों की तरफ से ग्राहकों को दिए जाने वाले लोन की ब्याज दर पर पड़ेगा। इससे ग्राहकों को पहले से ज्यादा ईएमआई देनी होगी। आरबीआई की तरफ से यह कदम बढ़ती महंगाई पर काबू पाने के लिए उठाया गया है।
9 महीने में 2.50 फीसद बढ़ा रेपो रेट
रिजर्व बैंक ने मई 2022 से लेकर अब तक छह बार रेपो रेट में इजाफा किया है। इस दौरान कुल मिलाकर 2.50 फीसद का इजाफा हुआ है। एमपीसी की सिफारिश के आधार पर पहली बार आरबीआई ने 4 मई को रेपो रेट में 0.4 फीसद, 8 जून को 0.5 फीसद, 5 अगस्त को 0.5 फीसद, 30 सितंबर को 0.5 फीसद और 7 दिसंबर को 0.35 फीसद की बढ़ोतरी की थी।