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अब तक केरल नहीं पहुंच पाया मानसून... इंतजार और बढ़ने के प्रबल आसार... देश में कैसा होगा असर... जानिए

आईएमडी ने सोमवार (5 जून) को कहा था कि दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने और अगले दो दिनों में इसमें तेजी आने के कारण चक्रवाती हवाएं मानसून के केरल तट की ओर आगमन को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती हैं। हालांकि, केरल में मानसून की शुरुआत की तारीख नहीं बताई गई है। वहीं, 'स्काइमेट वेदर' ने बताया कि केरल में मानसून 8 या 9 को दस्तक दे सकता है लेकिन हल्की बारिश की ही संभावना है। 

IMD ने मानसून को लेकर क्या कहा?
आईएमडी (IMD) में वरिष्ठ वैज्ञानिक डीएस पई ने बताया कि केरल में सोमवार (5 जून) को भी अच्छी बारिश हुई थी और अगले दो से तीन दिन में मानसून के आगमन के लिए मौसम अनुकूल है। पई ने कहा कि चक्रवाती तूफान और बंगाल की खाड़ी में बन रहे कम दबाव के कारण दक्षिणी प्रायद्वीप में बारिश होगी। चक्रवात के कमजोर होने के बाद मानसून दक्षिणी प्रायद्वीप से आगे बढ़ेगा। 

 

मानसून के पिछले सालों के रिकॉर्ड
बीते सालों के रिकॉर्ड के मुताबिक इस बार दक्षिण पूर्वी मानसून (South East Monsoon) में देरी हुई है। साल 2022 में 29 मई, 2021 में 3 जून, 2020 में 1 जून, 2019 में 8 जून और 2018 में 29 मई को मानसून ने दस्तक दी थी। वैज्ञानिकों का कहना है कि केरल में मानसून में थोड़ी देर होने का मतलब यह नहीं होता कि मानसून देश के अन्य हिस्सों में भी देरी से पहुंचेगा। इससे मानसून के दौरान देशभर में कुल बारिश पर भी असर नहीं पड़ता है। 

 

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