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संगीत सम्राट तानसेन की जन्म-स्थली बेहट में विकास कार्यों की सौगातें देने पहुंचे मुख्यमंत्री और केन्द्रीय कृषि मंत्री

भोपाल। गान महर्षि संगीत सम्राट तानसेन की जन्म-स्थली बेहट में सरकार का खजाना खोल कर बहुप्रतीक्षित बड़े-बड़े विकास कार्यों की सौगातें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज दी। उन्होंने बेहट के कृषि उपज मंडी परिसर में हुए भव्य समारोह में मौजूद विशाल जन-समूह को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में वर्तमान में विकास कार्यों के साथ सामाजिक क्रांति और प्रदेशवासियों को आत्म-निर्भर एवं आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का दौर चल रहा है। इसी दिशा में सरकार ने क्रांतिकारी मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना शुरू की है। समारोह की अध्यक्षता केन्द्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने की।

मुख्यमंत्री चौहान ने समारोह में महात्वाकांक्षी टिकटौली माइक्रो सिंचाई परियोजना सहित 101 करोड़ रूपए से अधिक लागत के विकास कार्यों का भूमि-पूजन एवं लोकार्पण रिमोट का बटन दबा कर किया। साथ ही बेहट में महाविद्यालय खोलने और बेहट का नाम तानसेन नगर करने, क्षेत्र में स्थित अंजनी माता मंदिर के जीर्णोद्धार के लिये एक करोड़ की धनराशि उपलब्ध कराने और क्षेत्र के चंदीला डैम का जीर्णोद्धार तकनीकी परीक्षण के आधार पर कराने की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मुरार ग्रामीण क्षेत्र में खुरैरी से बिजौली-गुंधारा-जिगनिया होते हुए गुहीसर सड़क की प्रशासकीय स्वीकृति भी जल्द जारी कराने की बात कही।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बहनों के साथ पूरे परिवार की जिंदगी बदलने के लिए सरकार ने मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना लागू की है। युवाओं को आत्म-निर्भर बनाने के लिये मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना लागू करने का निर्णय लिया है। योजना में सरकार युवाओं को 700 प्रकार के कामों का विभिन्न औद्योगिक संस्थाओं में प्रशिक्षण दिलायेगी, जिससे युवाओं को रोजगार मिल सके। काम सीखने के बदले में सरकार हर युवा को उनके कौशल अनुसार प्रोत्साहन स्वरूप 8 से 10 हजार रूपए प्रतिमाह देगी।

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