सेंट्रल अफ्रीकन देश कैमरून (Cameroon) में पिछले कुछ महीनों में एक दर्जन से अधिक बच्चों की मौत हो चुकी है। अधिकारियों ने इन मौतों के लिए एक कफ सिरप (cough syrup) को जिम्मेदार बताया है, जो भारत में बनी हो सकती है। दवा के डिब्बे की तस्वीरों से एक मैन्यूफैक्चरिंग लाइसेंस नंबर का पता चला है, जो इंदौर स्थित रीमैन लैब्स (Riemann Labs) से मेल खाता है। हालांकि, कंपनी ने सख्त क्वालिटी कंट्रोल की बात पर जोर दिया है और कहा कि नकली दवाएं बनना आम है। पिछले एक साल से कम समय में यह तीसरी बार है जब भारत द्वारा निर्यात कफ सिरफ से मौतों का दावा किया जा रहा है।
एक साल में 300 बच्चों की हो चुकी मौत
जहरीली कफ सिर्फ पिछले कुछ महीनों में एक बढ़ता हुआ खतरा बन गया है। संयुक्त राष्ट्र अब तक 9 देशों का नाम जहरीली कफ सिरप की बिक्री के साथ जोड़ चुका है। पिछले साल तीन महाद्वीपों के 300 से अधिक बच्चों की मौत का कारण इन जहरीली दवाओं को बताया गया है।
क्या कहना है कंपनी का?
कैमरून में एक स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा प्रदान की गई तस्वीरों से संकेत मिलता है कि दवा के डिब्बे पर लाइसेंस नंबर लिखा है। हालांकि, मैन्यूफैक्चरर का नाम नहीं लिखा है। Riemann के डायरेक्टर नवीन भाटिया ने एक इंटरव्यू में ब्लूमबर्ग को बताया कि फोटो में दिख रही दवा हमारी जैसी दिखती है। पर कई सारी नकली दवाएं भी मार्केट में हैं। हमारे प्रोडक्ट की क्वालिटी को देखते हुए यह दावा संदेहास्पद है। मैं 110 फीसदी स्योर हूं कि मेरा प्रोडक्ट जहरीला नहीं है। हम गुणवत्ता पर अतिरिक्त ध्यान देते हैं। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सारे प्रयास किये जाते हैं।'