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तूफानी गेंदबाज मोहम्मद शमी की जिंदगी में... फिर लौटा तूफान... पत्नी ने खटखटाया सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा

भारतीय क्रिकेटर मोहम्‍मद शमी और हसीन जहां के मामले में अब नया मोड़ आ गया है। हसीन जहां ने शमी पर एक बार फिर गंभीर आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। हसीन जहां ने याचिका दायर करते हुए पति मोहम्‍मद शमी को गिरफ्तार करने की मांग की है।

टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्‍मद शमी और हसीन जहां का चार साल पुराना विवाद खत्‍म होने का नाम नहीं ले रहा है। एक बार फिर इस विवाद ने नया मोड़ ले लिया है। अब शमी की पत्‍नी हसीन जहां ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। हसीन ने याचिका दायर कर पति मोहम्‍मद शमी पर बेहद गंभीर आरोप लगाते हुए गिरफ्तारी की मांग की है। इसके साथ ही कलकत्‍ता हाईकोर्ट के उस फैसले को भी चुनौती दी हैं, जिसमें मोहम्‍मद शमी के खिलाफ जारी हुए गिरफ्तारी वारंट पर सत्र न्यायालय की रोक को बरकरार रखा था।

दरअसल, मोहम्‍मद शमी की पत्नी हसीन जहां ने अधिवक्‍ता दीपक प्रकाश, दिव्यांगना मलिक और नचिकेत वाजपेयी के माध्‍यम से याचिका दायर कराई है। हसीन जहां ने मोहम्‍मद शमी पर दहेज की मांग करने, बीसीसीआई के टूर के दौरान बोर्ड की तरफ से उपलब्‍ध कराए जाने वाले होटल के कमरों वैश्याओं के साथ अवैध संबंधों में शामिल रहने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।

चार साल पहले जारी हुए थे गिरफ्तारी वारंट
हसीन जहां की याचिका में कहा गया है कि इस मामले में अलीपुर की एक अदालत ने 29 अगस्त 2019 को शमी का गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। इसके बाद शमी फैसले को सत्र न्यायालय में चुनौती दी। जहां गिरफ्तारी वारंट के साथ पूरे मामले में आगे की प्रक्रिया पर रोक लगा दी गई। इसके बाद हसीन जहां ने कलकत्ता हाईकोर्ट पहुंचीा जहां गिरफ्तारी वारंट पर लगी रोक को हटाने से मना कर दिया गया।

अब हसीन जहां ने याचिका में कहा है कि कानूनन मशहूर हस्ती को कोई विशेष स्थान नहीं देना चाहिए। इसके साथ ही याचिका के माध्‍यम से कोर्ट के आदेश को साफतौर पर कानून के लिहाज से गलत बताया गया है। यह भी कहा गया है कि क्रिकेटर के मामले में चार साल हो गए हैं, लेकिन मामला आगे नहीं बढ़ रहा है।