छत्तीसगढ़

सरकारी स्कूल के लापरवाह शिक्षकों की बढ़ेगी मुश्किल... खराब परफार्मेंस पर मिलेगी जबरन सेवानिवृत्ति

रायपुर। सरकारी नौकरी को लेकर सभी यह मानते है कि एक बार सरकारी नौकरी मिल गई तो बस रिटारमेंट तक फुर्सत है। रिटारमेंट की उम्र से पहले उसे नौकरी से नहीं निकाला जा सकता। इसी सोच के चक्‍कर में कई सरकारी सेवक नौकरी में आने के बाद लापरवाही करने लगते हैं। ऐसे अफसरों के लिए केंद्र सरकार ने एक व्‍यवस्‍था लागू की हैजिसके तहत खराब परफार्मेंस वाले अफसरों वाले अफसरों को समय से पहले जबरन सेवानिवृत्‍त कर दिया जाता है। प्रदेश के कई आईएएस और आईपीएस केंद्र सरकार के इस नियम के कारण नौकरी से बाहर हो चुके हैं।

छत्‍तीसगढ़ सरकार अब यही व्‍यवस्‍था राज्‍य के स्‍कूल शिक्षा विभाग में लागू करने जा रही है। इसके तहत एक निर्धारित समय के अंतराल पर शिक्षकों के परफार्मेंस की समीक्षा होगी। इसमें खराब प्रदर्शन वाले शिक्षकों की छुट्टी कर दी जाएगी। बता दें कि राज्‍य में शिक्षकों की काम के प्रति लापरवाही के मामले अक्‍सर सामने आते हैं। कभी शराब के नशे में स्‍कूल पहुंचने और हंगामा करने की घटना समाने आती है तो कभी पढ़ाने की बजाए शिक्षक महीनों स्‍कूल से गायब रहते हैं। हाल ही में शिक्षकों के नेटवर्क मार्केटिंग में काम करने का बड़ा मामला उजागर हुआ था।

ऐसे मामलों को देखते हुए विष्‍णुदेव साय सरकार ने अब शिक्षकों के परफार्मेंस की समय- समय पर समीक्षा करने का निर्णय लिया है। बताया जा रहा है कि हाल ही में मुख्‍यमंत्री ने स्‍कूल शिक्षा विभाग के अफसरों के साथ बैठक में इसके लिए नियम बनाने का निर्देश दिया है।