छत्तीसगढ़ में 6 करोड़ की साइबर ठगी, पुलिस की गिरफ्त में गिरोह
रायपुर। छत्तीसगढ़ की कोरबा जिला पुलिस की साइबर सेल और थाना सिविल लाइन की संयुक्त कार्रवाई में 6 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले संगठित गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। 35 म्यूल अकाउंट्स की पहचान की गई है, जिनके जरिए यह धोखाधड़ी की जा रही थी। पुलिस ने 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
गिरफ्तार आरोपियों में आकाश दास (27), सलियाभोठा, बाकीमोगरा, अजय दुबे (35), डिगापुर टावर, सिविल लाइन, कोरबा, आयुष तिवारी (23), पुरानी बस्ती, भंडारी चौक, कोरबा, सचिन कुमार (21), जमनीपाली, मोहन टॉकीज के पास, दर्री, कोरबा, सरफराज मसूवी (19), शिव नगर, रूमगढ़ा, बालको नगर, कोरबा, लखन चौहान (25), इंदिरा नगर, जमनीपाली, दर्री, कोरबा, शिव रतन बिझवार (41), कुचैना दादर पारा, कुसमुंडा, कोरबा, अमित बरेठ (20), महुदा, चांपा, जांजगीर-चांपा, सुशांत चतुर्वेदी (20), 15 ब्लॉक, सीएसईबी, कोरबा तथा अजय कमलेश (21), न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, खरमोरा शामिल हैं।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी बैंक खातों को किराए पर लेकर साइबर ठगी को अंजाम देते थे। इन खातों में संदेहास्पद लेनदेन के जरिए करोड़ों रुपये का फर्जी ट्रांजेक्शन किया गया।
कोरबा पुलिस नागरिकों से अपील की है कि वे अपने बैंक खाते, ओटीपी, पासवर्ड या कोई वित्तीय दस्तावेज किसी के साथ साझा न करें। ऐसा करने से वे साइबर अपराध में फंस सकते हैं। आकर्षक जॉब ऑफर या जल्दी पैसा कमाने की योजनाओं से बचें, अपना बैंक खाता किसी को न दें तथा असामान्य लेनदेन या दबाव डालने वाले किसी भी ऑफर से सतर्क रहें।