दिव्य महाराष्ट्र मंडल

सुखमय गृहस्थ जीवन के लिए परिचितों में ही तलाशे रिश्तेः दंडवते

रायपुर। चौबे कालोनी स्थित महाराष्ट्र मंडल में रविवार 5 फरवरी को मराठी युवक-युवती परिचय सम्मलेन हुआ। इसमें छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, ओडिशा सहित कई राज्यों युवा अपने अभिभावकों के साथ शामिल हुए। 

महाराष्ट्र संस्कार केंद्र और महाराष्ट्र मंडल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित परिचय सम्मेलन में संयोजक चेतन दंडवते ने कहा कि सुखमय गृहस्थ जीवन के लिए अपने आसपास और परिचितों में ही रिश्ता जमाने पर जोर देना चाहिए, क्योंकि इसमें हम वर अथवा वधू पक्ष अच्छी तरह जानते- समझते हैं। ऐसे में किसी भी तरह से धोखाधड़ी या फरेब की आशंका नहीं होती।

उन्होंने कहा कि इसी तरह हमें ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के माध्यम से संबंध जोड़ने अथवा दूर-दराज के महानगरों के युवाओं से रिश्ता बनाने के लिए सावधानी एवं परिपक्वता की आवश्यकता होती है। इसमें धोखा खाने की आशंका अधिक होती है। छोटी सी गलती या लापरवाही से हमारे बच्चों का भविष्य संकट में आ सकता है। दंडवते ने कहा कि समाज में बढ़ती असमानता चिंता का विषय है और अगर अभी भी हमने इस दिशा में गंभीरता से विचार नहीं किया तो भविष्य में स्थिति और भी चिंताजनक होगी।

दीप प्रज्ज्वलन के बाद शुरू हुए कार्यक्रम में अध्यक्ष अजय काले ने कहा कि यह आयोजन महाराष्ट्र संस्कार केंद्र और महाराष्ट्र मंडल के संयुक्त तत्वावधान में हो रहा है तो बात संस्कार की होगी ही. परिवार में संस्कार बेहद जरूरी है. संभव हो तो बच्चों की शादी आसपास ही जमाने की कोशिश करनी चाहिए।

सम्मेलन के दौरान करीब 55 युवा अपने अभिभावकों के साथ शामिल हुए। इनमें से करीब छह रिश्ते जमने के कगार पर पहुंच चुके हैं। सम्मेलन में युवाओं का परिचय प्रोजेक्टर के माध्यम से बड़ी स्क्रीन पर किया गया. मंडल में कभी भी परिचय के नाम पर युवकों- युवतियों की नुमाइश मंच पर नहीं की जाती। सम्मेलन के अंत में सह सचिव सुकृत गनोदवाले ने आभार प्रदर्शन किया।