दिव्य महाराष्ट्र मंडल

बैलून के मनोरंजक खेलों से सजा महाराष्ट्र मंडल का भोगी

रायपुर। महाराष्ट्र मंडल में मकर संक्रांति के अवसर पर भोगी का मनोरंजक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के संयोजक सचेतक रविंद्र ठेंगड़ी ने बताया कि इस मौके पर  सचिव चेतन दंडवते ने मकर संक्रांति पर्व और भोगी के बारे में आध्यात्मिक जानकारी दी। अध्यक्ष अजय काले ने मुख्य अतिथि जीएस उरकुरकर के साथ मां सरस्वती की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।

काले ने अपने संबोधन में मंडल में वर्षभर होने वाले कार्यक्रमों की सिलसिलेवार जानकारी दी। उन्होंने महाराष्ट्र मंडल के निर्माणाधीन भवन को अतिशीघ्र पूरा करने के लिए मुक्त हस्त से सहयोग प्रदान करने की अपील की और कहा कि किसी वजह से यदि कोई सदस्य मंडल को दान नहीं दे सकता, तो कम से कम ऋण देकर मंडल की मदद करें ताकि भवन निर्माण का कार्य पूर्ण हो सके और हमारी सभी गतिविधियां व कार्यक्रम नए भवन में व्यवस्थित रूप से संचालित व संपादित हो सके। भवन बनने से न सिर्फ मराठी भाषी परिवारों को बल्कि अन्य समाज के लोगों और शैक्षणिक संस्थाओं को भी शहर के बीच बहुत बड़ी सुविधा उपलब्ध हो जाएगी।

कार्यक्रम में सबसे पहले चार वर्षीय बालक किअंश साल्वे ने संस्कृत में कई धार्मिक श्लोक सुनाएं। चेतन दंडवते ने ताश के पत्तों से जादू दिखा कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। रचना रविंद्र ठेंगड़ी ने हर आयुवर्ग में बैलून दौड़ की ऐसी स्पर्धा आयोजित की, जिसमें पांच साल के मासूम बच्चों से लेकर 70 साल के बुजुर्ग तक भाग लेने से अपने आपको रोक नहीं सके। इन स्पर्धाओं के बाद परंपरानुसार कई सब्जियों से बनी स्वादिष्ट खिचड़ी, तिल गुड़ की मीठी रोटी और कढ़ी का सभी ने लुत्फ उठाया। कार्यक्रम के अंत में मेस प्रभारी दीपक किरवईवाले ने आभार व्यक्त किया।