आशा के प्रतीक है फिजियोथेरेपिस्टः पीएम मोदी
नईदिल्ली। इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपिस्ट के 60वें वार्षिक सम्मेलन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया। उन्होंने 'इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपिस्ट्स' की 60वीं नेशनल कॉन्फ्रेंस के लिए सभी को शुभकामनाएं दी और कहा कि हर उम्र के लोगों के लिए फिजियोथेरेपिस्टः आशा के प्रतीक है।
मोदी ने कहा कि मुझे ख़ुशी है कि मेडिकल फ़ील्ड के इतने महत्वपूर्ण प्रोफेशनल्स अहमदाबाद में एक साथ जुट रहे हैं। कोई चोट हो, दर्द हो, चाहे युवा हों, या बुजुर्ग हों, खिलाड़ी हों, या फ़िटनेस के मुरीद हों, Physiotherapist हर परिस्थिति, हर उम्र के लोगों के सहयोगी बनकर उनकी तकलीफ दूर करते हैं।
आप मुश्किल के समय में symbol of hope बनते हैं। आप symbol of resilience बनते हैं। आप symbol of recovery होते हैं। क्योंकि, जब कोई व्यक्ति अचानक injury या एक्सिडेंट का शिकार हो जाता है, तो उसके लिए ये केवल फ़िज़िकल ट्रॉमा नहीं होता। ये एक मेंटल और साइकोलॉजिकल challenge भी होता है। ऐसे समय में physiotherapist केवल उसका इलाज नहीं करता, बल्कि उसे हौसला भी देता है।
अक्सर मुझे भी आपके प्रोफेशन से, आपके प्रोफेशनलिज्म से बहुत प्रेरणा मिलती है। अपनी फील्ड में आपने यह जरूर सीखा होगा कि चुनौतियों से ज्यादा मजबूत आपके भीतर की ताकत होती है। प्रोत्साहन और थोड़े से encouragement और support से लोग मुश्किल से मुश्किल चुनौतियों पर भी विजय पा लेते हैं।
कुछ ऐसी ही बात Governance में भी देखने को मिलती है। हमारे देश के गरीबों को एक Support की जरूरत थी, ताकि वे अपनी रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा कर सकें। बैंक खाता खुलवाना हो, शौचालय बनवाना हो, लोगों तक नल का पानी पहुंचाना हो, हमने ऐसे कितने ही अभियानों से लोगों को सपोर्ट किया।
आयुष्मान भारत योजना हो या फिर हमारी सरकार की सोशल सिक्योरिटी स्कीम्स, इनके जरिए देश में एक मजबूत Social Security Net तैयार हुआ है। इसका रिजल्ट क्या निकला है, ये भी हम देख रहे हैं। आज देश का गरीब, देश का मध्यम वर्ग, बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करने का साहस जुटा पा रहा है। वो आज दुनिया को दिखा रहे हैं कि अपने सामर्थ्य से वो नई ऊंचाइयों को छूने में सक्षम हैं।