छत्तीसगढ़ विधानसभा में गलत जवाब देने पर 5 अधिकारी-कर्मचारी निलंबित
रायपुर। विधानसभा के बजट सत्र के दौरान गलत जवाब देने मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। इस मामले में 5 अधिकारी-कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया गया है। दरअसल विधायक शेषराज हरवंश द्वारा इंदिरा निकुंज माना रोपणी में संचालित कुंवारादेव महिला स्व सहायता समूह के कार्य संचालन के संबंध में विधानसभा में जानकारी मांगी थी। इस सवाल के जवाब में मंत्री केदार कश्यप को जो जवाब विभाग की तरफ से दिलाये गये, वो गलत थे। जिसे गंभीरता से लेते हुए मंत्री केदार कश्यप ने प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख को जांच करने का निर्देश दिया था।
साथ ही इंदिरा निकुंज माना रोपणी में संचालित कुंवारादेव महिला स्व सहायता समूह के संबंध में विस्तृत जांच कर जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के लिए निर्देश दिए हैं। वनमंत्री केदार कश्यप के निर्देश पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख व्ही. श्रीनिवास राव की अध्यक्षता में अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक नावेद शुजाउद्दीन तथा मुख्य वन संरक्षक रायपुर वृत्त, रायपुर, राजू अगासिमनी सदस्यों द्वारा तत्काल जांच समिति गठित की गयी थी। जांच में ये पाया गया कि जवाब में कई तथ्यों को छुपाया गया था।
तथ्यों को छुपाने एवं गलत जानकारी प्रस्तुत करने वाले दोषी अधिकारी एवं कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए रायपुर वनमंडल के रायपुर परिक्षेत्र अधिकारी सतीश मिश्रा, माना नर्सरी प्रभारी वनपाल तेजा सिंह साहू, वनमंडल कार्यालय के सहायक ग्रेड-02 अविनाश वाल्दे और प्रदीप तिवारी, परिक्षेत्र कार्यालय के लिपिक अजीत ड़डसेना को तत्काल प्रभाव से निंलबित किया गया।
वनमंडलाधिकारी लोकनाथ पटेल एवं उप वनमंडलाधिकारी विश्वनाथ मुखर्जी के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही शासन स्तर पर करने हेतु पत्राचार करने निर्देशित किया है। मंत्री ने वन विभाग के समस्त अधिकारियों को भविष्य में इस प्रकार की गलती दोबारा न करते हुए विधानसभा से संबंधित प्रश्नों की जानकारी सत्य एवं निष्ठापूर्व भेजने की हिदायत दी है।