रायपुर

‘घृणा के समय में प्रेम’ विषय पर साहित्यिक कार्यक्रम 11 और 12 फरवरी को

रायपुर। राजधानी में साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ और संस्कृति परिषद के तत्वाधान में ‘घृणा के समय में प्रेम’ विषय पर 11 एवं 12 फरवरी  को दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गय़ा है. कार्यक्रम राजधानी रायपुर स्थित सिविल लाइंस न्यू सर्किट हाउस के कन्वेंशन हॉल में सुबह 10.30 बजे से शाम 6 बजे तक होगा। इस कार्यक्रम में देश भर के नामचीन साहित्यकार, कवि और विचारक हिस्सा लेंगे।  
 
साहित्य अकादमी के अध्यक्ष ईश्वर सिंह दोस्त ने बताया कि इस कार्यक्रम में समाज में व्याप्त सांप्रदायिकता और वैमनस्यता के माहौल के कारणों व स्रोतों पर बात की जाएगी। आज मनुष्य के विवेक को कुंद करते हुए जिस तरह से नफरत का वातावरण बन रहा है, तब आपसी प्रेम व सौहार्द्र की मनुष्य के विवेक को सुरक्षित रखने में कैसी भूमिका है, इस पर भी बात की जाएगी। लेखक इस मुद्दे पर भी बात करेंगे कि आपसी संवाद, सहिष्णुता, करुणा और प्रेम जैसे नैतिक मूल्यों को पुख्ता करने में साहित्यकारों की क्या सांस्कृतिक भूमिका हो सकती है। 
विभिन्न सत्रों में आयोजित इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में कहानी पाठ, कविता पाठ, परिचर्चा के साथ हीजनसरोकार से जुड़े गीतों और कविताओं पर महत्वपूर्ण ढंग से काम करने वाले इंडियन रोलर बैंड की प्रस्तुति भी होगी। इस कार्यक्रम में वरिष्ठ और युवा कवि विष्णु नागर, नासिर अहमद सिकंदर, राकेश पाठक, हरीश चंद्र पांडे, मदन कश्यप, कुँअर रवीन्द्र, नंद कुमार कंसारी, विनोद वर्मा, निधीश त्यागी, रजत कृष्ण, अदनान कफील दरवेश, संजय शाम, अंशु मालवीय, अनुपम सिंह, अरबाज खान के साथ ही ‘सब कुछ याद रखा जाएगा’ लिखने वाले युवा कवि आमिर अज़ीज़,  मॉब लीचिंग पर ‘वास्तविक कानून’ जैसी मर्मस्पर्शी कविता लिखने वाले नवीन चौरे और ‘कौन जात हो भाई’ जैसी कविता के जरिए अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज करने वाले कवि बच्चा लाल उन्मेष कविताओं का पाठ करेंगे।
इसी तरह वरिष्ठ साहित्यकार विष्णु नागर, प्रभु नारायण वर्मा, सियाराम शर्मा, मदन कश्यप, आशुतोष कुमार, विजेंद्र सोनी, वंदना चौबे सहित अन्य साहित्यकार विमर्श में भाग लेंगे। वहीं नामचीन कहानीकार राजेंद्र दानी, आनंद बहादुर, कैलाश बनवासी, कामेश्वर पांडेय, श्रद्धा थवाईत और राकेश मिश्र कहानी पाठ करेंगे। उक्त कार्यक्रम का संयोजन वरिष्ठ पत्रकार और लेखक श्री राजकुमार सोनी करेंगे।