रायपुर। छत्तीसगढ़ में 15 सालों तक सत्ता सुख भोगने के बाद बीते साढ़े चार साल से विपक्ष में बैठी भाजपा की छटपटाहट नजर आ रही है। बीते चुनाव में बुरी तरह शिकस्त खाने के बाद भाजपा, भूपेश सरकार के खिलाफ वैसा तेवर नहीं दिखा पा रही थी, जिसकी जरुरत थी। पर अब चुनाव नजदीक आते ही भाजपा के तेवर भी दिख रहे हैं, तो कोशिशें भी तेज हो रही हैं।
एक तरफ 6 मार्च को भूपेश सरकार के कार्यकाल का अंतिम बजट है। चुनावी साल में बजट को लेकर कांग्रेस सरकार भी उत्साहित है, तो संगठन के लोग भी इस बजट को आम लोगों तक पहुंचाने की कवायद में जुटे हुए नजर आ रहे हैं, जिसकी वजह से सभी जिलों में बजट भाषण का सीधा प्रसारण दिखाने की तैयारी की गई है।
इधर, भाजपा भी चुनावी साल में मतदाताओं को साधने के लिए जुगत लगा रही है। हाल में देखा जाए तो 'मोर आवास, मोर अधिकार' एक बड़ा मुद्दा है, जिसे भुनाने के लिए भाजपा पूरी ताकत झोंक रही है। एक तरफ जहां भूपेश सरकार के खिलाफ आंदोलन की रूपरेखा बनाई जा रही है, तो दूसरी तरफ प्रदेश भाजपाध्यक्ष अरूण साव ने घोषणा कर दी है कि प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद प्रदेश के 16 लाख हितग्राहियों और उनके परिवार के 48 लाख लोगों के लिए आवास की व्यवस्था की जाएगी।
छत्तीसगढ़ में भाजपा का यह दांव कितना रंग लाएगा, फिलहाल इस पर कुछ भी नहीं कहा जा सकता, लेकिन सोमवार 6 मार्च को पेश होने वाले बजट को लेकर काफी उत्साह का माहौल बना हुआ है, इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता।