दिव्य महाराष्ट्र मंडल

सुंदर गीतों से सजी महाराष्ट्र मंडल लोकार्पण समारोह की शाम

रायपुर। देविका देशपांडे के भक्तिमय गणपति वंदना से शुरू हुई फिल्मी गीतों की सुहानी शाम कई घंटों तक दर्शकों का मनोरंजन करती रही। महाराष्ट्र मंडळ के मिले सुर हमारा समूह के गायकों ने अपनी मस्ती भरी आवाज से लोगों को मनोरंजन तो किया ही साथ ही बिलासपुर महाराष्ट्र मंडळ के नीरज ने एक अजनबी हसीना से यूं मुलाकात हो गई... गाकर लोगों को चौका दिया।

 
 
आकाशवाणी की खनकती आवाज वाले दीपक हटवार ने बार-बार देखों, हजार बार देखों, सेंट्रल बैंक के सेवानिवृत्त अधिकारी हेमंत मार्डीकर ने पग घुंघरू बांध मीरा नाची...., प्रशांत बक्षी ने सिमटी सी शरमाई सी...,  डा. शांतनु अमीन ने घर से निकलते ही, कुछ दूर चलते ही... जैसे गानों से श्रोता देर तक अपनी कुर्सी से चिपके रहे। कार्यक्रम का शानदार संचालन हमेशा की तरह रंजन मोडक ने किया।
 

मिले सुर हमारा के गायक सुमीत मोडक, वैभव शाह, अंकिता किरवई, पंकज गुप्ता, प्रसन्ना वराडपांडे, अस्मिता कुसरे, उदय सारथी, भारती पलसोदकर, श्रीकांत कोरान्ने, सुकृत गनोदवाले, उत्कर्ष शाह, दीक्षा वराडपांडे, भाग्यश्री नासरे, संदीप साठे ने एक से बढ़कर एक फिल्मी गीत प्रस्तुत किए।

 
देविका देशपांडे ने गणपति वंदना के बाद अजय पोतदार के साथ मिलकर ओ हसीना जुल्फो वाली....  गाने से काफी प्रभावित किया। दीक्षा वराडपांडे ने हिंदी फिल्मी गीतों की श्रृंखला के बीच अचानक मराठी गाना रुपेली वाळूत माडांच्या बनात ये ना गाकर लोगों को चकित कर दिया।