दिव्य महाराष्ट्र मंडल

मेधावी छात्र—छात्राओं सहित... विभिन्न विधाओं के लिए... महाराष्ट्र मंडल ने दिया सम्मान

रायपुर। महाराष्ट्र मंडल ने रविवार को सम्मान समारोह का आयोजन किया था। मंडल के नवनिर्मित भवन में आयोजित इस सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि राजधानी के उद्योगपति संजय नाईक थे, तो विशिष्ट अतिथि के तौर पर छत्तीसगढ़ विधानसभा से सेवानिवृत्त अधिकारी राजेन्द्र बोरकर ने शिरकत की। 

मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित करते हुए संजय नाईक ने कहा कि जीवन में इंसान को हमेशा सीखते रहना चाहिए, चाहे वह सीख कहीं से भी मिले। उन्होंने कोरोना काल की आपदा को सीख का अवसर बताते हुए कहा कि जीवन में ऐसे कई मोड़ आते हैं, जहां पर इंसान खुद को घिरा हुआ महसूस करता है, पर यदि वह चाहे तो अपने रास्ते को ज्यादा आसान बना सकता है, बस उसके लिए उस सोच की आवश्यकता होती, जो सही राह दिखा सके। 

बतौर विशिष्ट अतिथि इस सम्मान समारोह में शामिल हुए रिटायर्ड अफसर राजेन्द्र बोरकर ने कहा कि मिलने वाला हर सम्मान इंसान की तरक्की के नए सोपान को तैयार करता है। पर सम्मान का हकदार हर कोई नहीं बनता, बल्कि जो बनना चाहता है, सम्मान भी उसी को मिलता है। उन्होंने सम्मान समारोह के लिए नामजद सभी लोगों को एक उदाहरण बताते हुए कहा कि इन्होंने वैसी मेहनत की थी, जिसका परिणाम उन्हें सम्मान के तौर पर मिल रहा है। 

दरअसल, महाराष्ट्र मंडल ने सम्मान समारोह के अंतर्गत चार श्रेणियों में सम्मानित करने के लिए सूची तैयार की थी। इन श्रेणियों में भालेराव स्मृति सम्मान, विद्यार्थी सम्मान, गौरव अलंकरण सम्मान और वरिष्ठ सदस्य सम्मान शामिल था। महाराष्ट्र मंडल ने विशेष रूप से संत ज्ञानेश्वर स्कूल की छात्रा मुस्कान सिंह और कुंदन बियानी के साथ प्रतियोगी परीक्षा नीट में स्थान बनाने वाले क्षितिज सागर हेलोडे को आमंत्रित किया था। 

इन छात्र—छात्राओं के अलावा महाराष्ट मंडल ने संत ज्ञानेश्वर स्कूल के उन सभी छात्र—छात्राओं को सम्मानित किया, जिन्होंने 10वीं और 12वीं कक्षा में बेहतर प्रदर्शन करते हुए मेरिट लिस्ट में अपना नाम दर्ज कराया है। इसके साथ ही सामाजिक क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन के लिए पद्मजा लाड को, बीएड के प्रावीण्य सूची में अपना नाम दर्ज कराने वाली दिव्यांग बालिका गृह की कमलेश्वरी साहू को सम्मानित किया।