दिव्य महाराष्ट्र मंडल

गजब की नेतृत्व क्षमता थी नेताजी में: जोगलेकर

रायपुर। महाराष्ट्र मंडल में सोमवार को नेताजी सुभाष चंद्र जयंती मनाई गई. इस अवसर पर महाराष्ट्र मंडल ने नेताजी की ओर से आजादी के आंदोलन में किए गए प्रयासों, खासकर आजाद हिंद फौज के संघर्षों को याद किया।
मंडल के वरिष्ठ सदस्य एवं भवन निर्माण समिति के संयोजक रामदास यशवंत जोगलेकर ने कहा की नेताजी के विचार भले ही महात्मा गांधी से मेल नहीं खाते थे, लेकिन वे वैचारिक रूप से बेहद सशक्त और गजब के लीडर थे। सन 1938 के कांग्रेस के अधिवेशन में उन्हें नेशनल कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया था. उनकी अदम्य नेतृत्व क्षमता का ही परिणाम है कि जापान की मदद से उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय सेना का गठन किया. उनके साहसिक निर्णय व नेतृत्व क्षमता से प्रभावित होकर एडाॅल्फ हिटलर ने उन्हें पनडुब्बी देने की पेशकश भी की थी।
मंडल के वरिष्ठ सदस्य और महाराष्ट्र नाट्य मंडल के निर्देशक अनिल कालेले ने कहा कि भारत देश की आजादी में नेताजी सुभाषचंद्र बोस के नेतृत्व वाली आजाद हिंद फौज की भूमिका को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। जब भी हम नेताजी के बारे में विचार करते हैं, तो रहस्यमय परिस्थितियों में हुई उनकी मौत पर आकर हम विचलित हो जाते हैं. अच्छा होगा नेताजी के मौत की गुत्थी संपूर्णता के साथ कुछ इस तरह सुलझाई जाए, जो सभी को स्वीकार्य हो। 
नेताजी जयंती कार्यक्रम में महाराष्ट्र मंडल के अध्यक्ष अजय काले, उपाध्यक्ष श्याम सुंदर खंगन, सचिव चेतन दंडवते, मेस प्रभारी दीपक किरवईवाले सहित अनेक पदाधिकारी एवं सदस्य उपस्थित रहे।