Korba: गुरु समर्थ रामदास स्वामी और संत वेणा स्वामी की चरण पादुकाएं 17-18 को शहर में
गणेश सेवा समाज कोरबा के तत्वावधान में फाल्गुन कृष्ण एकादशी 18 मार्च 2023 शनिवार को गजानन साईं मंदिर में सुबह 9 बजे से 12 बजे तक कोरबा के समस्त मराठी भाषियों द्वारा चरण पादुका पूजन का कार्यक्रम रखा गया है । दोनों दिनों के भव्य कार्यक्रम की जोरदार तैयारियां की जा रही हैं । कोरबा में पहली बार किसी राष्ट्रीय संत की चरण पादुकाएं यात्रा पर आएंगी अतः समस्त हिंदू समाज हर्षित है।
गुरु समर्थ रामदास स्वामी का संक्षिप्त जीवन परिचय
समर्थ गुरु रामदास स्वामी का जन्म 24 मार्च 1608 को हुआ। उस दिन चैत्र शुक्ल नवमी अर्थात रामनवमी का पुण्य दिवस था। अद्वैत वेदांती और भक्ति मार्ग के संत समर्थ रामदास स्वामी जी ने देश भर में 1100 मठ- अखाड़े और 600 से अधिक मंदिरों की स्थापना की। गुरु समर्थ रामदास स्वामी जी ने अनेक श्रेष्ठ आध्यात्मिक साहित्य की मराठी भाषा में रचना भी की । मन को साधने वाले मनाचे श्लोक , दासबोध , भीमरूपी स्तोत्र , श्री गणेश व शंकर भगवान की आरतियों की रचना अपने की। सन् 1955 में श्रावण शुक्ल अष्टमी को महाराष्ट्र के मिरज शहर में रामदासी मठ की आपने स्थापना की और शिष्या संत वेणा स्वामी को मठपति के रूप में नियुक्त किया। संत वेणा स्वामी जी स्वयं श्रेष्ठ कीर्तनकार थीं , श्री गागा भट्ट जैसे श्रेष्ठ विद्वान उनका कीर्तन सुनने के लिए आते थे । समर्थ रामदास स्वामी ने इस मठ में गौमाता के गोबर में सप्तधान्य मिलाकर पवन पुत्र हनुमान जी की मूर्ति बनाई और इस मूर्ति में हनुमान जी की आंख के रूप में नीलमणि को रखकर इस भव्य-दिव्य मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की।