दिव्य महाराष्ट्र मंडल

हनुमान मंदिर में किया गया समर्थ रामदास का पादुका पूजन... महाराष्ट्र मंडल में मंगलवार को होगा आयोजन

रायपुर। तात्यापारा स्थित हनुमान मंदिर में सुबह 9:30 बजे समर्थ रामदास स्वामी की पादुका दुर्ग से यहां लाई गई। पादुका के भव्य स्वागत के साथ यहां विविध आयोजन किए गए। 

मंदिर के पंडित संदीप देशपांडे ने बताया कि विश्वास शेष ने सपत्नीक पादुका का पूजन किया। इसके बाद पादुका श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ रखीं गईं।महाआरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया।

 

शाम को पादुका के पूजन-आरती के बाद प्रज्ञा ताई पुसदकर ने धाराप्रवाह प्रवचन दिया। प्रज्ञा पुसदकर ने समर्थ रामदास स्वामी द्वारा रचित काव्य 'आनंदवन भूमि' पर अपने प्रवचन में कहा कि इस अप्रतिम काव्य में शब्द योजना, भावावेश, विचारों का अर्थ सौंदर्य अद्भुत है। इसका आनंद लेना है तो इसे मूल स्वरूप में ही पढ़ा जाना चाहिए। इसी तरह इस काव्य को गाने की मिठास विचारों के साथ अभिव्यक्त होती है।

 

 
प्रज्ञा पुसदकर ने कहा कि जब आततायी मुगलों ने भारत पर हमले किए तो भारतीय संस्कृति पर बड़ा संकट खड़ा हो गया। उस संकट से उबरने में समर्थ रामदास स्वामी की रचनाओं ने अहम भूमिका निभाई। शाम को प्रवचन के बाद मंदिर में महाआरती की गई और प्रसाद का वितरण किया गया।

महाराष्ट मंडल में पादुका पूजन

महाराष्ट्र मंडल में मंगलवार को सुबह 10:00 बजे समर्थ रामदास स्वामी का पादुका पूजन होगा। आचार्य चेतन दंडवते मुख्य यजमान प्रशांत- प्रिया बक्षी से पादुका पूजन कराएंगे। तत्पश्चात महाआरती होगी और प्रसाद वितरण किया जाएगा।

 

मंडल की संस्कार समिति की गौरी क्षीरसागर ने बताया कि शाम 4:00 बजे से चौबे कॉलोनी महिला केंद्र की सदस्य भजन प्रस्तुत करेंगी। उसके बाद कौस्तुभ महाराज का सुमधुर कीर्तन होगा। शाम 7:00 बजे महाराष्ट्र मंडल के पदाधिकारी और सदस्य हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ करेंगे। तत्पश्चात महाआरती की जाएगी और प्रसाद का वितरण किया जाएगा।