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अपनी ही बहन को फांसी की सजा दिलाने... किशोरी चढ़ गई टॉवर पर... साढ़े 3 घंटा तक चला ड्रामा, फिर हुआ ये

मध्यप्रदेश के आगर मालवा में बीती रात जोरदार ड्रामा चला। जिसकी मुख्य किरदार एक 15 साल की किशोरी थी। यह किशोरी अपने बड़े पापा की बेटी यानी खुद की बहन को फांसी दिए जाने की मांग कर रही थी। जिसके लिए उसने ये पैतरा अपनाया और 300 फीट ऊंचे टावर पर चढ़ गई। उसकी इस हरकत की जानकारी गांव में आग की तरह फैल गई और पूरा गांव उस टॉवर के नीचे खड़े नजर आया। 

करीब साढ़े तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद एसडीआरएफ और होमगार्ड की टीम ने उसे सुरक्षित नीचे उतार लिया। जानकारी के मुताबिक घटना ग्राम निपानिया बैजनाथ में मंगलवार रात 9:30 बजे की है। यहां रहने वाली नाबालिग के मोबाइल टावर पर चढ़ने की खबर पूरे गांव में फैल गई। बड़ी संख्या में ग्रामीण जमा हो गए और लड़की को बचाने का प्रयास करने लगे। इस पर लड़की कहने लगी- ऊपर आए तो मैं कूद जाऊंगी। 

मौके पर पहुंचे एसडीओपी मोनिका सिंह और थाना प्रभारी हरीश जेजुलकर ने काफी देर तक नाबालिग को बातों में उलझाकर रखा। इतने में एक युवक टावर पर चढ़ गया। वह लड़की के पास ही मौजूद रहा। एसडीआरएफ और होमगार्ड की टीम घटनास्थल पर पहुंची, तब तक नाबालिग बेहोश हो गई। उसे युवक ने संभाला।

नाबालिग के बेहोश होते ही एसडीआरएफ और होमगार्ड की टीम टावर पर चढ़ी। उसे रस्सी से बांधा गया, जिसके बाद एक जवान ने नाबालिग को अपने कंधों पर बैठाया। उसे रात करीब 1.30 बजे नीचे उतारा गया। एम्बुलेंस से उसे जिला अस्पताल ले जाया गया। एसडीओपी मोनिका सिंह ने बताया कि पंचनामा बनाया गया है। नाबालिग के परिजन के माध्यम से उसकी काउंसिलिंग करवाई जाएगी।

बताया जा रहा है कि नाबालिग की चचेरी बहन गांव में ही रहती है। दोनों में किसी बात को लेकर लड़ाई हो गई थी। इसका वीडियो चचेरी बहन ने बना लिया था, जिससे नाबालिग नाराज थी। टावर पर चढ़ने वाली नाबालिग 10वीं क्लास तक पढ़ी है। यह अपने माता-पिता की इकलौती संतान है। इसके पैदा होते ही मां का निधन हो गया था। लड़की के पिता खेती करते हैं। 

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