रायपुर

Power Engineers Conclave: जीरो पावर कट और बिजली बिल हाफ से आम लोगों को मिली बड़ी राहत

रायपुर। छत्तीसगढ़ जीरो पॉवर कट प्रदेश है और बिजली बिल हाफ योजना से लोगों को बड़ी राहत मिली है। हमारी सरकार द्वारा बिजली बिल हाफ योजना के माध्यम से अब तक 42 लाख उपभोक्ताओं को 3236 करोड़ रुपये की छूट दी गई है। वर्ष 2018 में जहां पीक ऑवर में 4100 मेगावाट विद्युत की खपत थी, वहीं 2023 में यह मांग बढ़कर 5100 मेगावाट होने पर भी प्रदेश में लगातार बिजली आपूर्ति निर्बाध गति से चल रही है। यह बातें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज रायपुर में आयोजित प्रदेश स्तरीय पॉवर इंजीनियर्स कॉन्क्लेव 2023 को संबोधित करते हुए कहीं। 
 
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर छत्तीसगढ़ पावर कम्पनीज के अधिकारी-कर्मचारियों के लिए कैश लेस चिकित्सा सुविधा जल्द लागू करने तथा छत्तीसगढ़ पावर कम्पनीज के अभियंता संवर्ग को 3 प्रतिशत तकनीकी भत्ता दिए जाने की घोषणा की।  मुख्यमंत्री ने इस दौरान छत्तीसगढ़ विद्युत मंडल अभियंता संघ के कार्यालय का वर्चुअल लोकार्पण तथा पॉवर सेक्टर की महत्वपूर्ण जानकारियों पर आधारित स्मारिका का विमोचन भी किया। कॉनक्लेव के प्रारंभ में मुख्यमंत्री श्री बघेल ने छत्तीसगढ़ महतारी और भारत रत्न एम. विश्वेश्वरैया के छायाचित्र पर दीप प्रज्जवलित कर उन्हें नमन किया। 
 
मुख्यमंत्री ने कॉनक्लेव को संबोधित करते हुए कहा कि पहले लोग बिना बिजली के भी जीवन यापन कर लेते थे, किंतु अब बिना बिजली के जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। बिजली विलासिता का साधन नहीं, बल्कि आवश्यकता बन चुकी है। उन्होंने आगे कहा कि राज्य स्थापना के समय 300 यूनिट प्रति व्यक्ति बिजली की खपत थी, जो अब बढ़कर 2000 यूनिट प्रति व्यक्ति हो चुका है। लगातार बढ़ती हुई विद्युत खपत और उसी के अनुरूप आपूर्ति राज्य के विकास का सूचक है। 
 
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विद्युत मण्डल अभियंता संघ को सर्वसुविधायुक्त कार्यालय मिलने पर बधाई दी। विद्युत मण्डल अभियंता संघ ने मुख्यमंत्री को इस अवसर पर स्मृति चिन्ह और शॉल, श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया गया। कॉन्क्लेव को ऊर्जा विभाग के सचिव और छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनीज के अध्यक्ष अंकित आनंद, राज्य विद्युत विनियामक आयोग के अध्यक्ष हेमंत वर्मा ने भी सम्बोधित किया। छत्तीसगढ़ विद्युत मण्डल अभियंता संघ के अध्यक्ष राजेश पाण्डेय ने स्वागत भाषण का वाचन किया।