एक छोटा सा गांव... जहां की कुल आबादी भी 2 से ढ़ाई हजार होगी, वहां पर दशगात्र कार्यक्रम शांति से संपन्न हो जाए, इसलिए आईजी दुर्ग, बेमेतरा पुलिस कप्तान, खैरागढ़ पुलिस अधीक्षक और बेमेतरा जिला कलेक्टर सहित 1200 वर्दीधारियों को तैनात किया गया है। इतनी बड़ी संख्या में तैनाती तो वीआईपी मूवमेंट के दौरान भी शायद नहीं की जाती है।
दरअसल, बेमेतरा जिले के बिरनपुर गांव में 8 अप्रैल को दो समुदायों के बीच हुई हिंसक झड़प में मारे गए 23 वर्षीय भुनेश्वर साहू का आज दशगात्र है। बिरनपुर नदी के किनारे दशगात्र का कार्यक्रम है। जिसको लेकर पुलिस-प्रशासन अलर्ट है। हालात न बिगड़े, इसके लिए पूरे गांव को सील कर दिया गया है। मौके पर 1200 जवान तैनात हैं।
साजा ब्लॉक और बेमेतरा जिला मुख्यालय में धारा 144 लगाया गया है। बिरनपुर जाने वाले सभी रास्तों को सील कर दिया गया है। बाहरी व्यक्तियों को गांव में प्रवेश नहीं मिलेगा। केवल मृतक के परिजनों को ही जाने की अनुमति मिलेगी। इसके अलावा गांव के चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है। भारी संख्या में पुलिस जवानों को सुरक्षा में लगाया गया है। आने-जाने वाले लोगों की कड़ाई से चेकिंग की जा रही है।
मृत युवक का दशगात्र पुलिस सुरक्षा के साए में संपन्न होगा। भुनेश्वर साहू की हत्या के बाद से गांव में तनाव है। मौके पर एसपी आई कल्याण एलिसेला, कलेक्टर पीएस एल्मा, दुर्ग रेंज के IG आनंद छाबड़ा, खैरागढ़ एसपी अंकिता शर्मा मौजूद हैं। 4 जिलों राजनांदगांव, कवर्धा, खैरागढ़ और बेमेतरा जिले के एसपी मौके पर तैनात हैं। साथ ही बिलासपुर, कोरबा, कवर्धा, खैरागढ़, राजनादगांव और बलौदाबाजार के ASP की भी ड्यूटी लगाई गई है।