दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में पदस्थ युवा आईएएस लक्ष्मण तिवारी की धमक से दुर्ग और भिलाई के अवैध कारोबारियों में खौफ छा गया है। अचानक आधी रात कहीं भी दबिश देकर एसडीएम लक्ष्मण तिवारी गोरखधंधा करने वालों के लिए मुसीबत बन गए हैं, तो उनकी इन कार्रवाईयों के चलते जिले की आमजनता का हौसला बढ़ता जा रहा है।
युवा आईएएस और दुर्ग एसडीएम लक्ष्मण तिवारी ने बीती रात सुपेला नर्सिंग होम में दबिश दी। जहां पड़ताल में उन्होंने पाया कि एक सिरिंज से कई लोगों को दवा के नाम पर बीमारी बांटी जा रही है। वहीं सिन्हा नर्सिंग होम में मरीजों को धड़ल्ले से भर्ती किया जा रहा है, पर इस नर्सिंग होम में कोई भी दक्ष डॉक्टर नहीं मिला। इस दौरान कई अन्य बड़ी खामियां भी पाई गईं। इसके चलते दो नर्सिंग होम को सील करने के निर्देश दिए गए हैं। सुपेला नर्सिंग होम और सिन्हा नर्सिंग होम की हालत बहुत ही बदतर मिली। दोनों ही जगह नर्सिंग होम एक्ट की गाइड लाइन का पालन नहीं किया जा रहा था।
इससे पहले एसडीएम तिवारी ने एक बार में छापामार कार्रवाई की थी, जहां पर बगैर लायसेंस के कारोबार चल रहा था। उनकी इन कार्रवाईयों के चलते अब दुर्ग जिले के अवैध कारोबारियों में हड़कंप मच गया है, तो आम लोगों के हौसले बढ़ रहे हैं।
