दिव्य महाराष्ट्र मंडल

स्वास्थ्य शिविर से बड़ी संख्या में लोग लाभान्वित... आयुष्मान कार्ड व जीवन प्रमाण पत्र बनाने के लिए भी लगातार जुटी रही भीड़

रायपुर। महाराष्ट्र मंडल में लगे स्वास्थ्य शिविर में बड़ी संख्या में जुटे लोगों ने स्वास्थ्य समस्याओं से संबंधित जांच करवा कर विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श लिया। वहीं केंद्र सरकार की आयुष्मान स्वास्थ्य सेवा योजना का लाभ लेने के लिए बड़ी संख्या में लोग आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए भी जुटे। इस बीच सैकड़ों पेंशनर्स ने अपने लाइफ सर्टिफिकेट को अपडेट कराया। 

स्वास्थ्य शिविर के संयोजक प्रशांत बक्षी के मुताबिक तेजी से बदलते मौसम की वजह से होने वाली शारीरिक समस्याओं को लेकर बड़ी संख्या में लोगों ने अपना चेकअप कराया और गोल्डन स्टार हॉस्पिटल के डॉक्टरों से परामर्श लिया। ज्यादातर मरीज ब्लड प्रेशर और शुगर के यहां पहुंचे थे, जिन्होंने लंबे अरसे से अपनी बीमारियों को नजरअंदाज कर रखा था। शरीर में बढ़ती तकलीफ के कारण आखिरकार उन्हें यहां आना पड़ा। आसपास की बस्तियों- कॉलोनी से जुटे लोगों और महाराष्ट्र मंडल के सदस्यों को स्वास्थ्य शिविर में रिंग रोड नंबर एक स्थित गोल्डन स्टार हॉस्पिटल के हड्डी रोग विशेषज्ञ डा. प्रकाश अग्रवाल, स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. नुपूर खंडेलवाल, बाल रोग विशेषज्ञ डा. अभिषेक खंडेलवाल, पेट एवं आंत रोग विशेषज्ञ डा. सोनल बघेल, जनरल सर्जन डा. विशाल बाल मोहंती, एमडी मेडिसिन डा. शेखर डोरले समेत अनेक डॉक्टरों ने मरीजों की निशुल्क जांच कर परामर्श दिया। 
 

संत ज्ञानेश्वर स्कूल के प्रभारी परितोष डोनगांवकर ने बताया कि स्वास्थ्य शिविर के साथ आयुष्मान कार्ड और नवंबर माह में पेंशनर्स की ओर से भरे जाने वाले जीवन प्रमाण पत्र की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई थी। इससे लाभान्वित होने के लिए भी लोगों की भीड़ शिविर के शुरू होने से लेकर समाप्त होने तक लगी रही। अध्यक्ष अजय मधुकर काले ने कहा कि जिन हितग्राहियों के कार्ड आज नहीं बन पाए हैं, महाराष्ट्र मंडल उनके लिए जल्द ही आयुष्मान कार्ड और लाइव सर्टिफिकेट शिविर लगाएगा। 

विशेष सावधानी की जरूरत
शिविर में मरीज का इलाज कर रहे एमडी मेडिसिन डॉ.शेखर डोरले ने कहा कि तेजी से बदलते मौसम के बीच अपने आप को स्वस्थ रखना किसी चुनौती से काम नहीं है। इसके लिए हमें विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। ठंड में हवा का घनत्व अधिक होता है, जिसकी वजह से प्रदूषण का शरीर पर प्रभाव सर्वाधिक होता है। ऐसे समय मास्क, स्कार्फ, हेलमेट का उपयोग जरूर करना चाहिए। ठंड में अनावश्यक निकलने से बचना चाहिए। सर्दी के मौसम में हम आइसक्रीम खाकर मौसम को चुनौती देने का दावा कहते हैं, जबकि वास्तव में हम अपने शरीर को चुनौती देने के साथ की मूर्खता करते हैं। हमें ऐसी गलती से बचना चाहिए। 

शुगर- बीपी की कराएं नियमित जांच
डॉ. डोरले ने कहा कि महाराष्ट्र मंडल में लगे शिविर में अधिकांश शुगर- ब्लड प्रेशर के ऐसे मरीज पहुंचे, जिन्होंने लंबे समय से अपने ब्लड प्रेशर और शुगर की जांच नहीं कराई है। जांच करने पहुंचे अधिकांश मरीज में शुगर की मात्रा 350 से भी अधिक पाई गई, जो किसी भी दशा में संतोषजनक नहीं कहीं जा सकती। शुगर और बीपी के मरीजों को न केवल नियमित रूप से जांच करानी चाहिए  बल्कि खान- पान, व्यायाम, मॉर्निंग वॉक, योग इत्यादि को लेकर अपने जीवन को अनुशासित रखने चाहिए।