दिव्य महाराष्ट्र मंडल

विश्व मराठी सम्मेलन में महाराष्ट्र मंडल को लेकर जिज्ञासा

मंडल के पर्चे को कार्यक्रम के दौरान ही देश- दुनिया से पहुंचे मराठी भाषियों ने ध्यान से पढ़ा

रायपुर। पुणे में शुक्रवार से जारी तीन दिवसीय विश्व मराठी सम्मेलन में पहले दिन से ही महाराष्ट्र मंडल रायपुर को लेकर जिज्ञासा के साथ चर्चा का दौरा चल रहा है। देश-विदेश से यहां पहुंचे अनेक लोग महाराष्ट्र मंडल की गतिविधियों से न केवल अचंभित हैं, बल्कि इसके बारे में और भी अधिक जानकारी चाहते हैं। 

पुणे के 150 वर्ष पुराने फाॅर्गुसन कॉलेज में आयोजित विश्व मराठी सम्मेलन का शुभारंभ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व अजीत पवार समेत अनेक मंत्रीगण, साहित्यकारों, रंगमंच और मराठी सिनेमा के कलाकारों ने किया। इस मौके पर 22 देश के महाराष्ट्र मंडलों के प्रतिनिधि यहां जुटे हैं। 

तीसरे विश्व साहित्य सम्मेलन के आयोजन स्थल फाॅर्गुसन कॉलेज पुणे में महाराष्ट्र मंडल रायपुर के पर्चे को लोगों ने बड़े ध्यान से पढ़ा। जो लोग कार्यक्रम में पाम्फलेट नहीं पढ़ पाए, उन्होंने होटल के अपने कमरों में इस पर विशेष रूप से ध्यान दिया।

वहीं बृहन्महाराष्ट्र मंडल नई दिल्ली के आमंत्रण पर देश भर के लगभग सभी राज्यों के महाराष्ट्र मंडल के प्रतिनिधियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। सम्मेलन के पहले ही दिन सचेतक रविंद्र ठेंगड़ी, बृहन्महाराष्ट्र मंडल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शेखर रावसाहेब अमीन व छत्तीसगढ़ कार्यवाह सुबोध टोले ने लोगों के बीच महाराष्ट्र मंडल की जानकारी का (पाम्फलेट) पर्चा वितरित किया। इस पर विश्व मराठी सम्मेलन को लेकर शुभकामनाएं भी दी गई हैं।पर्ची को लेकर लोगों ने आश्चर्य व्यक्त किया कि पुणे से 1164 किलोमीटर दूर महाराष्ट्र मंडल के रूप में महाराष्ट्र का इतना भव्य और बहुआयामी स्वरूप भी हो सकता है। 

फॉर्गुसन कॉलेज के प्रोफेसर डाॅ. देशपांडे ने कहा कि आपका परिचय में मुझे इतना उत्साहित कर दिया है कि रायपुर में आकर महाराष्ट्र मंडल का भ्रमण करना, मेरा सौभाग्य होगा। वहीं जबलपुर से यहां पहुंचीं हेमा व प्रशांत दलवी ने कहा कि हाल ही में बृहन्महाराष्ट्र मंडल के राष्ट्रीय अधिवेशन का सफलतापूर्वक आयोजन कर रायपुर महाराष्ट्र मंडल ने जो ख्याति अर्जित की है, वह अब पुणे के विश्व मराठी सम्मेलन में भी दिखाई दे रही है। 

सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि तीसरा विश्व मराठी सम्मेलन मुंबई से निकलकर पुणे तक आ गया है और अब अगले पांच सालों में इसे भारत देश से बाहर विदेश में आयोजित करने की मांग चल रही है। हम इस मांग का सम्मान करते हैं और बहुत जल्दी ही विदेश में यह सम्मेलन भव्य पैमाने पर आयोजित किया जाएगा। मंडल के पर्चे को देखकर मुंबई के श्रीकांत गोखले ने कहा कि इससे पहले रायपुर महाराष्ट्र मंडल को विश्व मराठी सम्मेलन आयोजित करने का प्रस्ताव महाराष्ट्र शासन और मराठी भाषा विभाग को देना चाहिए। क्योंकि भारत देश का सबसे अधिक सभासदों वाला और विविध कार्यों के माध्यम से जनसेवा करने वाला एकमात्र महाराष्ट्र मंडल, रायपुर का ही है। उनके इस प्रस्ताव पर महाराष्ट्र शासन- प्रशासन, खासकर मराठी भाषा विभाग और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भी गंभीरता से विचार करना पड़ेगा।