दिव्य महाराष्ट्र मंडल

नए भवन के लोकार्पण पर अध्यक्ष ने कहा... महाराष्ट्र मंडल जीवन से मृत्यु तक साथ देने वाली संस्था

 रायपुर। महाराष्ट्र मंडल रायपुर में आजादी के पहले साल 1935 में स्थापित हुआ था। तब से यह संस्था सामाजिकता, शैक्षणिकता और सांस्कृतिक विरासत को सहेजने के लिए निरंतर काम कर रही है। मंडल का पहला भवन साल 1976 में चौबे कॉलोनी, रायपुर में बनकर तैयार हुआ था। उस भवन के साथ रायपुर की अपनी यादें बसी हुई है, तो अब साल 2023 में उसी स्थान पर महाराष्ट्र मंडल ने पुराने भवन की जगह नए और आधुनिक भवन को खड़ा करने में सफलता हासिल की है। 


शनिवार 1 अप्रैल को इस पुननिर्मित महाराष्ट्र मंडल के नए भवन का लोकार्पण मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया। इस मौके पर महाराष्ट्र मंडल के अध्यक्ष अजय काले ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि हमारी यह संस्था जन्म से मृत्यु तक साथ देने वाली संस्था है। उन्होंने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है, क्योंकि महाराष्ट्र मंडल ने आज दूसरी बार अपनी सफलता को प्रमाणित किया है। 

मंडल के अध्यक्ष काले ने कहा कि यह एक ऐसी संस्था है, जिसमें हर समाज के लोगों का प्रतिनिधित्व है। केवल उन्हें मराठी का ज्ञान होना चाहिए। वहीं उन्होंने भवन निर्माण और विकास की बातों को मंच पर आसीन अतिथियों के समक्ष प्रस्तुत करते हुए कहा कि इसके निर्माण में अब तक करीब 9 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं, लेकिन अंतिम तैयारी अभी बाकी है, जिस पर और खर्च होना स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि इस भवन के निर्माण में समाज के लोगों ने खुलकर सहयोग किया है, जिसकी वजह से आज मंडल इस मुकाम पर है।