दिव्य महाराष्ट्र मंडल

सर्व समाज का ‘प्रेशर क्लब’ दिलाएगा सभी परेशानियों से निजात, सभी समाजों ने दिखाई एकजुटता

रायपुर। चौबे कालोनी स्थित महाराष्ट्र मंडल भवन के भवन में 2 अप्रैल को छत्तीसगढ़ प्रदेश के विकास में सामाजिक संस्थाओं की भूमिका पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। परिचर्चा में पहुंचे  कई समाज और संगठन के प्रमुखों में अपने विचार रखें। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समाजसेवी शशि वरवंडकर ने उपस्थित समाजजनों से एकजुट होकर एक प्रेशर क्लब बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह प्रेशर क्लब छोटी बड़ी समस्याओं के लिए सरकार पर दबाव बना सकेगा।

परिचर्चा में समाजजनों ने बालिका शिक्षा पर जोर दिया। वहीं सभी समाजों से एक दूसरे से सूचनाओं के आदान प्रदान पर भी जोर दिया। वक्ताओं ने कहा कि प्री वेडिंग शूट बंद होना चाहिए, अन्न की बर्बादी रोकनी होगी, संस्कारों के महत्व को समझना होगा।

परिचर्चा में छत्तीसगढ़ प्रगतिशील यादव समाज के महासचिव निरंजन यादव ने महिलओं की शिक्षा पर जोर दिया। उन्होंने मंडल के पहले आओ, पहल पाओ के विचार का समर्थन कर हर्ष व्यक्त किया। रोटरी क्लब के अध्यक्ष भरत डागा ने कहा कि हर समाज आज जो काम कर रहा है, उसे आपस में शेयर करें। ताकि हमें एक दूसरे के काम से कुछ सीखने को मिले।

रिटा. आर्मी फाउंडेशन की डा. शुभ्रा रजक ने कहा कि हमारे चार वर्ण को वर्णन करते हुए कहा कि शरीर के सिर से पैर चार वर्णों का वर्णन है। जब हमारा शरीर एक है तो हम एक क्यों नहीं हो सकते। जिंदगी न मिलेगी दोबारा के सदस्य अमृतांश शुक्ला ने प्रेशर क्लब का समर्थन करते हुए कहा कि हमें एक ऐसा मंच चाहिए जो जिस ओर निकलेगा, रास्ता बनता चला जाएगा।

ब्राइट फाउंडेशन की अध्यक्ष अनघा करकशे ने कहा कि उनकी संस्था ने विधवा, विधुर, परित्याक्ता के पुनर्विवाह का बीड़ा उठाया है। यह समाज के प्रति बड़ी जिम्मेदारी है। वहीं ग्रीन आर्मी के संस्थापक अमिताभ दुबे ने कहा कि महाराष्ट्र मंडळ आज एक मंच के नीचे सभी समाजों और संगठनों को एकत्रित कर प्रणेता के रुप में हमारे सामने है। समाज के प्रति मंडळ के काम को सभी को आत्मसात करना होगा। कालीबाड़ी समिति के एसके धर ने कहा कि महाराष्ट्र मंडल एकता का प्रतीक है। इसके अच्छे काम को हम आत्मसात करेंगे।

तिरंगा वंदन मंच के अध्यक्ष मुकेश शाह ने कहा कि जो समाज को जोड़ता है वह महाराष्ट्र मंडल कहलाता है। जिस राष्ट्र ने राष्ट्रभक्ति छोड़ी वह नष्ट हो जाता है। महाराष्ट्र मंडळ ने राष्ट्रभक्ति की दिशा में एक मजबूत कदम उठाया और महीने के  हर 19 तारीख को शिवाजी की आरती करनी शुरू की। इनकी यह पहल मंडल के सदस्यों की राष्ट्रभक्ति को परिलक्षित करती है। मायाराम फाउंडेशन के राजेंद्र चांडक ने बाल अधिकार घोषणा पत्र पर जोर दिया। बच्चों के नशामुक्ति, भिक्षावृत्ति में सुधार पर जोर दिया।

आंध्रा एसोसिएशन के जी स्वामी ने कहा कि सभी समाजसेवी संस्थाओं का गुरु महाराष्ट्र मंडल है। हमें इनसे बहुत कुछ सीखना है। वहीं गुजराती समाज के हितेश रायचुरिया ने कहा पांच लाख रुपये दान देकर अपने स्वजनों की फोटो यहा लगवाना बड़ी अच्छी पहल है।

परिचर्चा में अनिता झा, सरयूकांत झा स्मृति संस्थान, डा, शुभ्रा रजक अध्यक्ष एक्स आर्मी फाउंडेशन, अमृतांश शुक्ला सदस्य जिंदगी न मिलेगी दोबारा, एसके धर उपाध्यक्ष कालीबाड़ी समिति, शारतेंद्र झा सचिव सरयूकांत झा स्मृति संस्थान, राजेंद्र ओझा सदस्य चरोमती फाउंडेशन, मृणालिनी ओझा नारायण फाउंडेशन, भरत डागा अध्यक्ष रोटरी क्लब, निरंजन यादव महासचिव प्रगतिशील यादव महासंघ, रितेश अग्रवाल महामंत्री अग्रवल युवा मंच, राजकुमार बागघुरे महाराष्ट्रीयन तेली समाज, अमिताभ दुबे संस्थापक ग्रीन आर्मी, दुर्गा प्रजापति प्रजापति महिला संघ, अनिता दुबे संस्थापक सर्वमंगला फाउंडेशन, जी स्वामी अध्यक्ष आंध्रा एसोसिएशन, मालती परगनिया अध्यक्ष छत्तीसगढ़ महिला समाज, गुणवंत राव घाडगे अध्यक्ष मराठा मित्र मंडल, अनघा करकशे अध्यक्ष ब्राइट फाउंडेशन, हितेश रायचुरिया गुजराती समाज, कौशिक कडता छग सकल गुजराती समाज, सुभाष बुरे धोबी समाज, मुकेश शाह अध्यक्ष तिरंगा वंदन मंच, मनोज ठाकुर अध्यक्ष सर्व सेन समाज, बिहारी लाल शर्मा छत्तीसगढ़ ब्राह्मण समाज प्रमुख रुप से शामिल हुए।