महाराष्ट्र मंडल में विद्यार्थी सम्मान व गौरव अलंकरण समारोह में कुशाग्र विद्यार्थी, खिलाड़ी समेत समाजसेवी संस्था हुए सम्मानित
रायपुर। इनोवेशन और टेक्नोलॉजी के बिना या उससे डरकर जीवन में आगे नहीं बढ़ा जा सकता है। कुछ लोग टेक्नोलॉनी को अपनाने के लिए हिचकिचाते हैं, लेकिन मुझे इस युवा पीढ़ी से कहना है कि आप अपने जीवन में टेक्नोलॉजी को अपनाएं और आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त करें। वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने महाराष्ट्र मंडल के संत ज्ञानेश्वर सभागृह में आयोजित विद्यार्थी सम्मान व गौरव अलंकरण समारोह में उक्ताशय के विचार व्यक्त किए।

उन्होंने कहा कि आज दुनिया के अमीर लोगों की सूची में ज्यादातर ऐसे लोग हैं, जिनके दादा- परदादा उनके लिए कोई लंबी- चौड़ी रियासत या वसीयत छोड़कर नहीं गए। अपने इनोवेशन, टेक्नालॉजी, लगन और साहस के बल पर उन्होंने इस मुकाम को हासिल किया। चौधरी ने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि एक बार वे दिल्ली से रायपुर लौट रहे थे। जब दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे तो वहां अफरा- तफरी मची हुई थी। पूछताछ की तो पता चला कि माइक्रो साफ्ट का सर्वर ठप्प हो गया है, जिसके कारण लोगों की एयर टिकट नहीं बन रही है। गूगल सर्च किया तो पता चला कि इसका असर यूरोप और अमेरिका में तक दिख रहा था। यानी टेक्नोलॉजी आज किस स्तर पर पहुंच गई, यह आप सोच सकते हैं। उन्होंने बिल गेट्स जैसे बैक बेंचर स्टूडेंट का उदाहरण देते हुए कहा कि वे पढ़ाई में होशियार नहीं थे लेकिन उनके पास अपने फ्यूचर के लिए विजन क्लीयर था। उन्होंने एआई तकनीक को अपनाने की अपील युवाओं से की क्योंकि भविष्य एआई का ही होगा।

चौधरी ने जोर देते हुए कहा कि आज हमारी अर्थव्यवस्था फोर ट्रिलियन डालर की ओर बढ़ रही है। ऐसे में आपके किसी भी इनोवेटिव अफर्ड के ऊपर जाने की संभावना सर्वाधिक है, जबकि पहले इतनी नहीं थी। उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकारी नौकरी में आपका कैरियर फ्लेट ही जाएगा। इसमें आप न तो ज्यादा ऊपर जा सकते हो और न ही नीचे गिर सकते हो। इसके विपरीत आपके ओर से किसी गए इनोवेटिव एफर्ड से आपके लिए ऊपर जाने की अनंत संभावनाएं होंगी। वित्त मंत्री ने कहा कि एक तरफ देश विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहा है और फिर भी आपकी परिस्थितियां नहीं बदलीं, तो इसके लिए आप ही जिम्मेदार होंगे और कोई नहीं।
विशेष अतिथि वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ व समाजसेवी डॉ. दिनेश मिश्रा ने कहा कि जब भी वे प्रतियोगी परीक्षा में सफल युवाओं के बारे में पढ़ते हैं, तो एक ही बात सामने आती है कि उन्होंने परीक्षा की तैयारी के लिए महीनों से मोबाइल को हाथ तक नहीं है। यदि आपको भी शिक्षा और कैरियर में बहुत आगे जाना है, तो मोबाइल से दूरी बनाएं या कम से कम उपयोग करें। डॉ. मिश्रा ने कहा कि महाराष्ट्र मंडल से उनका पुराना नाता करीब 30 साल पहले डॉ. आनंद जोशी के माध्यम से है। उस समय वे डॉ. जोशी के साथ मंडल के पुराने भवन में नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर आयोजित करते थे। वे आज भी महाराष्ट्र मंडल के एक कहने पर यहां नि:शुल्क नेत्र शिविर लगाने के लिए और आंखों से जुड़ी समस्याओं को लेकर सेवा करने को तैयार हैं।
मंडल अध्यक्ष अजय मधुकर काले ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में महाराष्ट्र मंडल के 90 वर्षों के समाजसेवी सफर की जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन सचिव चेतन गोविंद दंडवते ने, आभार प्रदर्शन सचेतक रविंद्र ठेंगड़ी ने किया। विद्यार्थी सम्मान में आस्था काले, परितोष डोनगांवकर और सुकृत गनोदवाले ने विशेष सहयोग दिया।
इन्हें मिला सम्मान:-
महिला उत्थान और समाज सेवा के लिए अर्पण सेवा समिति को, उत्कृष्ट संस्था के लिए कोपलवाणी चाइल्ड वेलफेयर ऑर्गनाइजेशन को, क्रीडा क्षेत्र अंतरराष्ट्रीय रिंग फाइट चैंपियनशिप की रनरअप वर्तिका क्षीरसागर को और ड्रोन दीदी के नाम से मशहूर चंद्रकली वर्मा को गौरव अलंकरण सम्मान से नवाजा गया। इसी तरह 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा की प्रावीण्य सूची में स्थान बनाने वाले संत ज्ञानेश्वर स्कूल के विद्यार्थी रुचिका साहू, रुद्र प्रताप साहू, पूर्वी साहू और बर्षा परिडा को सूत माला स्मृति चिन्ह, प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया। संत ज्ञानेश्वर स्कूल के अन्य प्रतिभाशाली छात्र- छात्राओं को भी समारोह में सम्मान देकर प्रोत्साहित किया गया। विभिन्न प्रायोजकों के माध्यम से नागार्जुन विज्ञान महाविद्यालय, राष्ट्रीय तकनीकी संस्था, पंडित जवाहर लाल नेहरु चिकित्सा महाविद्यालय व पं. रविशंकर शुक्ल विश्व विद्यालय अध्ययन शाला के प्रावीण्य सूची प्राप्त डॉक्टरों और डॉ. अंबेडकर हास्पिटल की उत्कृष्ट नर्स को मरीज सेवा के लिए सम्मानित किया।