दिव्य महाराष्ट्र मंडल

महाराष्ट्र मंडल में मनाया गया भगवान परशुराम जन्मोत्सव... राम रक्षा स्त्रोत और हनुमान चा​लीसा का हुआ पाठ

रायपुर। महाराष्ट्र मंडल में 22 अप्रैल को भगवान परशुराम जन्मोत्सव मनाया गया। भगवान परशुराम जन्मोत्सव को लेकर महाराष्ट्र मंडल में सुबह से ही तैयारियों का दौर शुरु हो गया था। आयोजन को लेकर आध्यात्म समिति प्रमुख आस्था काळे ने मंडल के सभी सदस्यों से शाम 6 बजे से पूर्व महाराष्ट्र मंडल भवन में एकत्र होने का आग्रह किया था। जिस पर मंडल के पदाधिकारियों और सदस्यों ने शाम को अपनी मौजूदगी दर्ज कराई और पूरे भक्तिभाव से भगवान परशुराम का जन्मोत्सव मनाया गया। 

इस पर प्रकाश डालते हुए महाराष्ट्र मंडल के सचिव एवं आचार्य चेतन दंडवते ने बताया कि वैशाख शुक्ल तृतीया वह तिथि है, जब भगवान विष्णु ने अपना छठा अवतार लिया था, जिन्हें विश्व में भगवान परशुराम के नाम से पूजा जाता है। आचार्य दंडवते ने इस पर और अधिक जानकारी देते हुए बताया कि वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया के तौर पर मनाया जाता है। 
 

भगवान परशुराम जन्मोत्सव के इस कार्यक्रम में शामिल महाराष्ट्र मंडल के अध्यक्ष अजय काळे ने बताया कि यह महाराष्ट्र मंडल की परंपरा है। हर साल भगवान परशुराम के जन्मोत्सव पर इसी तरह मंडल के पदाधिकारी और सदस्यगण एकत्र होकर प्रभु श्रीराम की अराधना करते हैं और भक्ति में लीन हो जाते हैं, जिससे आत्मिक शांति की प्राप्ति होती है। मंडल अध्यक्ष काळे ने इस मौके पर महाराष्ट्र मंडल के सभी पदाधिकारियों सहित सदस्यों और प्रदेश के सभी लोगों को अक्षय तृतीया और भगवान परशुराम जन्मोत्सव की शुभकामनाएं दी। 

भगवान परशुराम जन्मोत्सव को लेकर आध्यात्म समिति प्रमुख आस्था काळे सहित सभी महिला सदस्यों ने भगवान राम की स्तुति की, इसके बाद भजन संग्रह का गायन किया गया, जिसके पश्चात भगवान परशुराम की पूजा अर्चना की गई। इसके बाद राम रक्षा स्त्रोत का पाठ किया गया और फिर हनुमान चालीसा के साथ परशुराम जन्मोत्सव कार्यक्रम संपन्न हुआ।