दिव्य महाराष्ट्र मंडल

पर्यावरण संरक्षणः महाराष्ट्र मंडळ की पर्यावरण समिति और संत ज्ञानेश्वर स्कूल के शिक्षकों ने ली शपथ

रायपुर। महाराष्ट्र मंडळ रायपुर की पर्यावरण समिति ने पर्यावरण संरक्षण के लिए एक जून को सामूहिक शपथ लिया। महाराष्ट्र मंडळ की पर्यावरण समिति छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल की ओर से आय़ोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला का हिस्सा बनी। वहीं महाराष्ट्र मंडळ द्वारा संचालित संत ज्ञानेश्वर स्कूल के शिक्षकों ने भी पर्यावरण संरक्षण की शपथ ली। 

महाराष्ट्र मंडळ की पर्यावरण समिति के प्रमुख अभय भागवतकर ने बताया कि छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल की ओर से एक जून को पर्यावरण संरक्षण के लिए चलाए जा रहे वृहद शपथ ग्रहण में महाराष्ट्र मंडळ की भी भागीदारी रही। मंडळ की  पर्यावरण समिति ने सुबह 11बजे  दिव्यांग बालिका गृह और शंकर नगर स्थित बाल वाचनालय में पर्यावरण संरक्षण की शपथ ली। संत ज्ञानेश्वर स्कूल के प्राचार्य मनीष गोवर्धन ने बताया कि सभी शिक्षकों ने पर्यावरण संरक्षण की शपथ ली। शाला परिवार की ओर से स्कूल में काफी पेड़ लगाए गए है। सभी शिक्षक और बच्चें पौधों की सुरक्षा को लेकर सजग रहते है। 

 

इस दौरान दिव्यांग बालिका गृह के आयोजन में ओपी कटारिया, अभिषेक शुक्ला, सौ.गीता दलाल, सौ. मधुरा भागवत, सौ.भूमिका गिजरे, सौ.आरती गोवर्धन, सौ.कर्दळे, सौ.कुंदा देविकर, कु.सोम्या गोरे, अनघा करकशे, दिनकर करकशे, अर्चना मुकादम, अनुराधा चौधरी, अनामिका गिरधर, प्राची डोनगांवकर, प्रीति शेष, दिनकर करकशे,डॉ जे एस उरकुरकर, उपप्रमुख वैभव बर्वे, उपस्थित थे। इन सभी ने मिलकर एक साथ शपथ ली।

इस अवसर पर डा. जेएस उरकुकर कहा ने छत्तीसगढ़ में वृक्षों की स्थिति, उनसे मिलने वाली ऑक्सीजन पर विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि आज हम पौधों की सुरक्षा के प्रति सजग नहीं होंगे तो आने वाली पीढ़ी को आक्सीजन की समस्या से जूझना पड़ेगा। आज हमारी जागरूकता हमारा भविष्य सुंदर बनाएंगी। पर्यावरण के प्रति हम सक्रिय होंगे तो अपने बच्चों को प्रकृति की अनुपम भेंट दे पाएगें। उन्होंने आगे कहा कि यूं तो महाराष्ट्र मंडळ और उसकी पर्यावरण समिति पर्यावरण के प्रति हमेशा सजग रहती है, लेकिन ऐसे आयोजनों से हम अन्य लोगों को जोड़ते है।

 गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में 1 जून को एक दिन में पांच लाख लोग पर्यावरण संरक्षण के लिए शपथ लेंगे। प्रदेश में मिशन लाईफ कार्यक्रम के अंतर्गत लाईफ स्टाईल फॉर इन्वायरमेंट कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। लाईफ प्लेज के अंतर्गत पूरे राज्य में एक साथ पांच लाख लोगों द्वारा प्लेज लिये जाने का निर्णय लिया गया है, जिससे कि व्यापक स्तर पर पर्यावरण संरक्षण के प्रति जन-जागरूकता लायी जा सके।