दिव्य महाराष्ट्र मंडल

महाराष्ट्र मंडल में सादगी से मनाई गई गांधी- शास्त्री जयंती

0- महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री की जीवनशैली, कार्यशैली व विचारधारा आज भी प्रासंगिक: कालेले

रायपुर। महाराष्ट्र मंडल में बुधवार की शाम को राष्ट्रपिता मोहनदास करमचंद गांधी एवं 'जय जवान- जय किसान' का नारा बुलंद करने वाले पंडित लाल बहादुर शास्त्री की जयंती सादगीपूर्ण मनाई गई। इस मौके पर दोनों ही महान विभूतियां की जीवनशैली कार्यशैली और देश के लिए किए गए महान कार्यों को याद किया गया। 
महाराष्ट्र नाट्य मंडल के निर्देशक अनिल श्रीराम कालेले ने कहा कि 75 साल के बाद आज भी महात्मा गांधी की जीवनशैली, कार्यशैली और विचारधारा हमारे बीच प्रासंगिक है। देश और समाज में चिंताजनक ढंग से बढ़ रही भयावह हिंसा के इस दौर में महात्मा गांधी का अहिंसा का पाठ दिमाग में हमेशा कौंधता रहता है। वरिष्ठजन सेवा समिति के प्रभारी दीपक पात्रीकर ने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री ने अपनी ईमानदार कार्यशैली से जो मिसाल कायम की है, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। एक ट्रेन हादसे के बाद उनका रेल मंत्री के पद से त्यागपत्र दे देना भारतीय राजनीति में स्वच्छ व जिम्मेदार प्रतिनिधि का एक अमिट अध्याय है। लाल बहादुर शास्त्री की सादगी आज भी हमें प्रेरित करती है। 
इस मौके पर महाराष्ट्र मंडल के सचिव चेतन गोविंद दंडवते, दिव्यांग बालिका विकास गृह के प्रभारी प्रसन्न निमोणकर, संत ज्ञानेश्वर स्कूल के प्रभारी परितोष डोनगांवकर, वरिष्ठ आजीवन सभासद प्रशांत देशपांडे, सचेतक रविंद्र ठेंगड़ी, मनीष देसाई सहित अनेक सभासद उपस्थित रहे।