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उत्तर पुस्तिका में सही लिखावट आपकी सफतला का बनेगी आधारः प्राचार्य मनीष गोवर्धन

रायपुर। बोर्ड परीक्षा का दौर शुरू होने जा रहा है। ऐसे में उत्तर पुस्तिका में सुंदर और सुव्यवस्थित ढंग से लिखावट आपको कहीं न कहीं सफलता दिलाती है। महाराष्ट्र मंडल द्वारा संचालित संत ज्ञानेश्वर विद्यालय के प्राचार्य और माध्यमिक शिक्षा मंडल के विषय समिति सदस्य मनीष गोवर्धन ने अपने 30 वर्षों के अनुभवन को साझा करते हुए बच्चों को कुछ खास बातें बताई। जिसका अनुशरण कर उत्तरपुस्तिका लिखने पर यह आपकी सफलता का आधार बनती है। 
प्राचार्य मनीष गोवर्धन ने कहा कि बहुत छोटी-छोटी लेकिन ध्यान रखने योग्य बातें है। इन कार्यों में लापरवाही के कारण परीक्षार्थियों को अपने नंबर गंवाने पड़ते है।
 
 
मनीष गोवर्धन ने आगे बताया कि बोर्ड परीक्षा की तैयारी को लेकर निम्म बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। 
1. प्रश्नपत्र को 10 मिनट तक पढ़ने के बाद हल करना पारंभ करना चाहिए। 
2. प्रश्न पत्र हल करने का क्रम प्रारंभ से अंतिम प्रश्न तक होना चाहिए, क्योंकि मूल्यांकन कर्ता को उत्तर पुस्तिका के प्रथम पृष्ठ पर अंक प्रतिष्टि करनी होती है। अतः क्रम नहीं बदलना चाहिए। 
3. पहले चरण में आसानी से बनने वाले प्रश्नों को हल करना चाहिए। जो उत्तर नहीं बन रहे है उनके लिए उत्तर की शब्द सीमा के अनुसार स्थान छोड़कर आगे बढ़ना चाहिए। 
4. प्रथम चरण के पश्चात विद्यार्थियों के आत्मविश्वास में वृद्धि होती है, इसके पश्चात उन रिक्त स्थानों के प्रश्नों को हर करना चाहिए। 
5. सभी प्रश्नों को हर करना अनिवार्य है, क्योंकि दो चरणों में उत्तर लिखने के बाद निश्चित रुप से उन प्रश्नों को हल करने में सहायता मिल जाएगी जिनका उत्तर याद नहीं है। 
6. उत्तर क्रमांक व उन पर आबंटित अंक का उल्लेख सभी प्रश्नों पर शीर्षक के रुप में अंकित करना चाहिए। 
7. प्रश्न का उत्तर समाप्त होने के बाद दो लाइन छोड़कर अगला प्रश्न हल करना चाहिए। 
8. पृष्ठ के अंतिम लाइनों से कोई भी नया प्रश्न हल नहीं करना चाहिए। 
9. अंत में उत्तर पुस्तिका का अंतिम निरीक्षण करके ही जमा करना चाहिए।