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देश की एकमात्र सूमो पहलवान पर... जल्द आने वाली है वेब सीरीज... जानते हैं आप कौन है वह 'सूमो दीदी'... पढ़िए यह पूरी खबर

एक समय था जब कुश्ती, पहलवानी और सूमो रेसलिंग जैसे खेल केवल पुरुषों तक ही सीमित थे। अब समय बदल गया है। आज महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुषों को टक्कर दे रही हैं। सभी खेल प्रतियोगिताओं में भी महिला पहलवान बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं। साक्षी मलिक, फोगाट सिस्टर्स, बबीता कुमारी और निशा दहिया जैसी अनेकों महिला पहलवानों ने देश का नाम रोशन किया है। 
 
इन सभी पहलवानों के नाम से तो आम जनता परिचित है, लेकिन देश की इकलौती महिला सूमो पहलवान के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। हेतल दवे को देश की एकमात्र महिला सूमो रेसलर होने का दर्जा प्राप्त है। वह भारत की ओर से कई टूर्नामेंट्स में भी भाग ले चुकी हैं। बहुत जल्द हेतल दवे के ऊपर वेब सीरीज आने वाली हैं, जिसका टाइटल ‘सूमो दीदी’ रखा गया है।
 
श्रीयम निभाएंगी हेतल का किरदार
हेतल दवे की बायोपिक सीरीज में जैकी भगनानी की कजिन श्रीयम भगनानी लीड रोल में नजर आएंगी। पहली बार श्रीयम किसी प्रोजेक्ट में मुख्य किरदार निभा रही हैं। इससे पहले वह ‘सिटी ऑफ ड्रीम्स’ और ‘बागी 2’ जैसी फिल्मों में नजर आ चुकी हैं। श्रीयम का कहना है कि हेतल दवे का कैरेक्टर प्ले करना उनके लिए सम्मान की बात है। इस रोल के लिए श्रीयम ने अपना वजन भी बढ़ाया है। कई महीनों तक उन्होंने जिम में कड़ी ट्रेनिंग की और खुद को रोल के लिए फिट बनाया। जयंत रोहतगी द्वारा निर्देशित इस सीरीज में नीतेश पांडे, चैतन्य शर्मा और राघव धीर भी मुख्य भूमिकाओं में नजर आएंगे।
 

 
लिमका बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज
हेतल दवे को भारत की एकमात्र महिला सूमो पहलवान कहा जाता है। साल 2008 में उन्होंने अपना नाम लिमका बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज कराया था। केवल 6 साल की उम्र में हेतल ने जूडो की क्लासेस लेनी शुरू कर दी थी। भारत में सूमो को रेसलिंग मान्यता प्राप्त खेलों की सूची में शामिल नही है, बावजूद इसके उन्होंने कई प्रतियोगिता में भारत की ओर से हिस्सा लिया है।  पोलैंड, फिनलैंड और ताइवान जैसे देशों में आयोजित प्रतियोगिताओं में वह हिस्सा ले चुकी हैं। साल 2009 के वर्ल्ड गेम्स में हेतल ने पांचवां स्थान प्राप्त किया था। 
 

हेतल का नाम विश्व की 150 निडर महिलाओं की सूची में भी शामिल किया जा चुका है। उनका कहना है कि प्रैक्टिस के लिए उन्हें कोई महिला नहीं मिलती थी और पुरुष खिलाड़ियों के साथ उन्हें प्रैक्टिस किया करती थी। देखना रोमांचक होगा कि हेतल की बायोपिक ‘सूमो दीदी’ सीरीज दर्शकों को कितनी पसंद आती है। यकीनन यह सीरीज युवाओं के लिए प्रेरणा का काम करेगी।