कार्यशाला: “जीवन में माइंडसेट और फिटनेस का महत्व”
रायपुर। पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर के तत्वावधान में “जीवन में माइंडसेट और फिटनेस का महत्व” विषय पर एक दिवसीय फिटनेस कार्यशाला का आयोजन शारीरिक शिक्षा अध्ययनशाला में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा अध्ययनशाला के विभागाध्यक्ष प्रो. सी.डी. आगाशे, महिला अध्ययन केंद्र की निर्देशक प्रो. रीता वेणुगोपाल, तथा प्रो. राजीव चौधरी (शारीरिक शिक्षा अध्ययनशाला) भी मंचासीन रहे।
कार्यशाला की मुख्य वक्ता डॉ. राजेंद्र लाल (प्रोफेसर, देशबंधु कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय) एवं डॉ. सीमा कौशिक शर्मा (प्रोफेसर, लक्ष्मीबाई कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय) रहीं। इनके साथ-साथ अनुपम सिंह, उपासना विश्वकर्मा, राहुल कुमार पासवान, मेघा श्रीवास्तव, अर्चना साहू, दीक्षा वैष्णव तथा शारीरिक शिक्षा अध्ययनशाला के समस्त कर्मचारीगण भी उपस्थित रहे।
डॉ. राजेंद्र लाल ने अपने व्याख्यान में कहा कि जीवन में माइंडसेट (सोचने की दिशा) की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने नेतृत्व क्षमता, लक्ष्य निर्धारण, रोल मॉडल की पहचान और योग तथा मेडिटेशन के माध्यम से मानसिक दृढ़ता को विकसित करने पर प्रकाश डाला। उन्होंने पतंजलि योग सूत्र और दर्शनशास्त्र के माध्यम से माइंडसेट को बेहतर बनाने की विस्तृत जानकारी दी।
डॉ. सीमा कौशिक शर्मा ने आधुनिक जीवनशैली में फिटनेस की भूमिका पर जोर देते हुए बताया कि किस प्रकार तकनीकी उपकरणों (जैसे मोबाइल, कंप्यूटर, टीवी आदि) का अधिक प्रयोग शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। उन्होंने बताया कि मानसिक तनाव को कम करने और संपूर्ण स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रतिदिन कम-से-कम 30 मिनट का व्यायाम आवश्यक है।
कार्यक्रम में उपस्थित छात्र-छात्राओं ने वक्ताओं से विभिन्न प्रश्न पूछे, जिनका समाधान वक्ताओं द्वारा विस्तार से दिया गया। इस कार्यशाला में लगभग 130 छात्र-छात्राएं, शिक्षकगण एवं विश्वविद्यालय के कर्मचारीगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंतर्गत एक जागरूकता अभियान भी संचालित किया गया, जिसने प्रतिभागियों को माइंडसेट, फिटनेस, रोल मॉडल, शारीरिक स्वास्थ्य, पोषण और व्यायाम के महत्व से अवगत कराया तथा उन्हें स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया।