रायपुर। कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर लंबी राजनीतिक पारी के बाद, अब सोनिया राजनीति से खुद को किनारे करना चाह रही हैं। इस बात के संकेत आज रायपुर में चल रहे 85 वें राष्ट्रीय अधिवेशन में अपने संबोधन के बीच दिया है। सोनिया ने कहा कि भारत जोड़ों यात्रा निर्णायक मोड़ पर है और इस यात्रा ने देश में कांग्रेस के अस्तित्व को पुनर्जीवित किया है।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि इस देश ने कांग्रेस को अच्छा समय दिया है, कांग्रेस पर भरोसा किया है। राजनीतिक पासों की उलटफेर में जो लोग विपक्ष में थे, वे सत्तासीन हो गए और कांग्रेस को नुकसान पहुंचाया, लेकिन वक्त का पहिया घुमता है। सोनिया ने कहा कि कांग्रेस की अंतिम सरकार की अगुवाई पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने की थी, वह एक दौर था, जिसमें संतुष्टि थी।
सोनिया गांधी ने कहा, कांग्रेस पार्टी ने एक अच्छा समय भी देखा, बहुत कुछ हासिल किया, लेकिन अब एक मुश्किल के दौर से गुजर रही है। पिछले दिनों देश में नफरत के कारण महिलाओं, आदिवासियों, गरीबों और पिछड़ों पर हमले किए गए। ये हमारी जि़म्मेदारी है कि हम इसे खत्म करें। कांग्रेस केवल एक पार्टी नहीं है ये एक विचार है और जीत केवल हमारी होगी।
मुझे सबसे ज्यादा खुशी इस बात की है कि मेरी पारी भारत जोड़ो यात्रा के साथ समाप्त हो सकती है, जो कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है। उन्होंने कहा कि मल्लिकार्जुन खड्गे को राजनीति का लंबा अनुभव है और ऐसे मुश्किल समय में कांग्रेस पार्टी को उनकी अध्यक्षता की आवश्यकता है। खड़गे की अध्यक्षता में हम इस मुश्किल समय को भी पार कर पाएंगे।