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बुधवार से बेहद खास होंगे अगले पांच दिन... पूरे देश को उस सुखद पल का इंतजार... स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा इतिहास

नई दिल्ली: भारत की कौशल और जज्बे से भरी टीम बुधवार को ऑस्ट्रेलिया की मजबूत टीम के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC Final) का फाइनल मुकाबला खेलने उतरेगी। रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की टीम की नजर आईसीसी खिताब के एक दशक के सूखे को खत्म करने पर टिकी होंगी। डब्ल्यूटीसी के पिछले दो चक्र में भारत सबसे निरंतर प्रदर्शन करने वाली टीम रहा है। पिछले 10 साल में एक-दो टूर्नामेंट को छोड़ दें तो भारत हर बार नॉकआउट में पहुंचा है लेकिन एक बार फिर खिताब अपने नाम नहीं कर पाया।

इस बार एक बात खास है, जो पिछले किसी टूर्नामेंट में नहीं रही है। रोहित शर्मा पहली बार आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल में भारतीय टीम की कप्तानी कर रहे हैं। रोहित अभी तक एक बार भी कप्तान के रूप में किसी भी टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला नहीं हारे हैं। उनकी कप्तानी में मुंबई इंडियंस 5 बार फाइनल में पहुंची है। हर बार टीम ने खिताब जीता है। एक बार चैंपियंस लीग में भी मुंबई की कप्तानी करते हुए रोहित खिताब जीत चुके हैं। तीन बार तो उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी जैसे दिग्गज कप्तानी को हराया है।

टीम इंडिया के लिए भी दो फाइनल जीते
विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम एक भी फाइनल नहीं जीत पाई है। लेकिन विराट के आराम लेने पर जब रोहित शर्मा को कप्तानी मिलती थी तो टीम इंडिया दो बार टूर्नामेंट को अपने नाम कर चुकी है। 2018 में निदहास ट्रॉफी को भारत ने जीता था। एशिया कप 2018 में भी रोहित शर्मा भारत के कप्तान थे। सबसे रोमांचक बात है कि दोनों मुकाबलों में आखिरी गेंद पर भारतीय टीम को जीत मिली थी। आईपीएल में भी दो बार आखिरी गेंद पर मुंबई विजेता बनी है। यानी रोहित शर्मा के पक्ष में लक भी रहता है।

ये जीत सबसे बड़ी होगी
रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया वर्ल्ड चैंपियनशिप का खिताब जीतती है तो यह उनके कप्तानी करियर की सबसे बड़ी ट्रॉफी होगी। इसके साथ ही भारतीय टीम का सूखा भी खत्म हो जाएगा।