छत्तीसगढ़

कवासी लखमा को सब पता था, विशेष कोर्ट में 1200 पन्नों की चौथी चार्जशीट… जानिए EOW ने क्या कहा

रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित दो हजार करोड़ रुपये के शराब घोटाला मामले में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के खिलाफ आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने विशेष कोर्ट में लगभग 1200 पन्नों का चौथा पूरक चालान पेश किया है। इस चार्जशीट में लखमा की अहम भूमिका का उल्लेख किया गया है। ईओडब्ल्यू ने बताया कि पूर्व मंत्री कवासी लखमा को आबकारी घोटाले में उनके हिस्से का 64 करोड़ रुपये मिला है, जिसमें 18 करोड़ रुपये के निवेश और खर्च से जुड़े दस्तावेजी साक्ष्य भी मिले हैं। खुद को अनपढ़ बताने वाले तत्कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा को सब कुछ पता था और वह इसके लिए प्रोटेक्शन मनी भी ले रहे थे।

ईडी-ईओडब्ल्यू की जांच में पाया गया है कि पूर्व मंत्री कवासी लखमा के संरक्षण में विभागीय अफसरों, शराब कारोबारियों, राजनीति से जुड़े लोगों और व्यवसायियों के माध्यम से सुनियोजित घोटाले को चलाया जा रहा था। भ्रष्टाचार से हासिल रकम को व्यक्तिगत और परिवार के हितों में खर्च किया गया। EOW ने विशेष कोर्ट में अब तक तीन पूरक अभियोग पत्रों सहित कुल चार चार्जशीट पेश कर चुकी है। इस मामले में अब तक 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। 13 मार्च को स्पेशल कोर्ट में ईडी ने 3,841 पन्नों का चालान पेश किया था, जिसमें जेल में बंद पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा समेत 21 अन्य को आरोपी बनाया गया था। ईडी-ईओडब्ल्यू अभी भी इस मामले की जांच कर रही है। कुछ दिन पहले ईडी ने सुकमा जिले के कांग्रेस भवन को भी सील किया था।

जेल में बंद हैं पूर्व मंत्री कवासी लखमा
बता दें कि शराब घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 15 जनवरी को कवासी लखमा को गिरफ्तार किया था। इससे पहले उनसे 2 बार ईडी दफ्तर बुलाकर पूछताछ की गई थी। कवासी लखमा को गिरफ्तार करने से पहले ईडी ने उन्हें 7 दिन कस्टोडियल रिमांड में लेकर पूछताछ की थी। उसके बाद 21 जनवरी से 4 फरवरी तक लखमा को 14 दिन के न्यायिक रिमांड पर भेजा गया था। पिछली सुनवाई के दौरान जेल में पर्याप्त सुरक्षा बल नहीं होने के कारण लखमा की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी हुई थी। सुनवाई के बाद कोर्ट ने लखमा की रिमांड बढ़ा दी थी। कवासी लखमा अभी भी जेल में बंद है।