मेडिकल कॉलेज घूसकांड: कई राज्यों तक फैली है फर्जीवाड़े की जड़, सीबीआई जल्द करेगी खुलासे
रायपुर। छत्तीसगढ़ सहित देशभर में निजी मेडिकल कॉलेजों को मान्यता दिलाने के नाम पर चल रहे करोड़ों के घूसकांड का बड़ा खुलासा हुआ है। सीबीआई ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व UGC अध्यक्ष और वर्तमान TISS चांसलर डीपी सिंह, रविशंकर महाराज, इंदौर के सुरेश सिंह भदौरिया, सहित 35 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की है। इस घोटाले की परतें छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक तक फैली हुई हैं। कई वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, शिक्षा जगत की प्रतिष्ठित हस्तियां और बिचौलिए इस गोरखधंधे में संलिप्त पाए गए हैं।
CBI की शुरुआती जांच में सामने आया है कि निजी मेडिकल कॉलेजों को मान्यता दिलाने के लिए फर्जी फैकल्टी, फर्जी निरीक्षण रिपोर्ट, मरीजों के झूठे रिकॉर्ड और गोपनीय दस्तावेजों की लीकिंग के जरिए प्रक्रिया को प्रभावित किया गया। कॉलेज संचालकों ने इन सेवाओं के बदले हवाला और बैंकिंग चैनलों के माध्यम से मोटी रकम की रिश्वत दी।
आज कोर्ट ने इस मामले में संलिप्त 3 डॉक्टरों समेत 8 आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। ये सभी 21 जुलाई तक जेल में रहेंगे। CBI की पूछताछ में कई अहम सुराग हाथ लगे हैं, जिससे आने वाले दिनों में और भी बड़ी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।