बिलासपुर – दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर मंडल में झारसुगुड़ा यार्ड का आधुनिकीकरण अब रेल यात्रियों की परेशानी का सबब बन गया है। अगले कुछ हफ्तों तक दर्जनों ट्रेनें रद्द रहेंगी, कई ट्रेनों का मार्ग बदलेगा और कुछ ट्रेनें निर्धारित समय से घंटों देरी से चलेंगी।
चक्रधरपुर मंडल के झारसुगुड़ा यार्ड में 16 अगस्त से 10 सितंबर तक नॉन-इंटरलॉकिंग और आधुनिकीकरण कार्य किए जाएंगे। इसके चलते कुल 24 दिनों तक प्री-एनआई ब्लॉक रहेगा, जबकि 9 सितंबर को 6 घंटे का पूर्ण ब्लॉक और 10 सितंबर को पोस्ट-एनआई कार्य होगा।
इस दौरान कई प्रमुख ट्रेनें पूरी तरह से रद्द रहेंगी, जिनमें टाटा-नेताजी सुभाष चन्द्र बोस एक्सप्रेस, दरभंगा-चर्लापल्ली एक्सप्रेस, रक्सौल-हैदराबाद एक्सप्रेस, नांदेड़-संतरगाछी एक्सप्रेस, मालदाटाउन-सूरत एक्सप्रेस और पुणे-संतरगाछी एक्सप्रेस शामिल हैं।
कुछ ट्रेनें जैसे उत्कल एक्सप्रेस वैकल्पिक मार्गों से चलाई जाएंगी। वहीं साउथ बिहार एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें दुर्ग और राउरकेला के बीच आंशिक रूप से रद्द रहेंगी।”
कई लंबी दूरी की ट्रेनें जैसे कि हावड़ा-छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, पुणे-हावड़ा और पटना-बिलासपुर एक्सप्रेस निर्धारित समय से 3 से 6 घंटे की देरी से चलेंगी।
ट्रेनें रद्द होने से यात्रियों में भारी नाराजगी है। स्टेशन पर पहुंच चुके यात्री अब वैकल्पिक ट्रेन या बस सेवा तलाश रहे हैं। यात्रियों का कहना है कि उन्हें पर्याप्त पूर्व सूचना नहीं दी गई।
रेलवे के इस आधुनिकीकरण कार्य से भविष्य में यार्ड की क्षमता तो बढ़ेगी, लेकिन फिलहाल यात्री इन दिनों को परेशानी भरे दिनों के रूप में ही याद रखेंगे।