छत्तीसगढ़

नारायणपुर में 14 पुरुष और 8 महिला सहित 22 नक्सलियों ने किया सरेंडर

रायपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर में चलाए जा रहे एंटी नक्सल ऑपरेशन से भयभीत और सरकारी पैकेज से आशान्वित होकर नारायणपुर जिले में 22 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया। सभी नक्सली अबूझमाड़ इलाके में सक्रिय थे। सरेंडर करने वाले नक्सलियों पर 37 लाख रुपये का इनाम था। मानसून के दौरान भी फोर्स का एक्शन जारी है। फोर्स के साथ मुठभेड़ में मारे जाने के डर से नक्सलियों में दहशत है।

मिली जानकारी के मुताबिक नारायणपुर पुलिस को उस वक्त बड़ी सफलता हाथ लगी जब अबूझमाड़ के 22 नक्सलियों ने पुलिस अधीक्षक (SP) के सामने हिंसा का रास्ता छोड़कर सरेंडर कर दिया। इन सभी पर 37 लाख रुपये का इनाम घोषित था। समर्पण करने वालों में कुतुल DVCM सुखलाल भी शामिल है। समर्पण करने वालों में 14 पुरुष और 8 महिला नक्सली शामिल हैं। सरेंडर के अवसर पर नारायणपुर SP रॉबिंसन गुड़िया के साथ सीआरपीएफ के अफसर मौजूद रहे। दो दिन पहले दंतेवाड़ा जिले में एसपी के सामने 9 इनामी सहित 12 नक्सलियों ने सरेंडर किया था, जिसमें एक माओवादी दंपति भी शामिल था।

पिछले महीने 22 जून को अपने रायपुर दौरे के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि नक्सलियों को इस बार बरसात में भी सोने नहीं देंगे। बारिश के दिनों में भी उनके खिलाफ एंटी नक्सल ऑपरेशन जारी रहेगा। केंद्रीय गृहमंत्री के इस संदेश के बाद छत्तीसगढ़ में पहली बार मानसून के दौरान भी एंटी नक्सल ऑपरेशन जारी है। बता दें कि केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ से मार्च-2026 तक नक्सलवाद को खत्म करने की डेडलाइन तय की है।

बता दें कि बस्तर संभाग में सीआरपीएफ, स्पेशल टॉस्क फोर्स, छत्तीसगढ़ आर्म्स फोर्स, बस्तर फाइटर, कोबरा बटालियन, डीआरजी और पुलिस बल का ज्वाइंट ऑपरेशन चल रहा है। बस्तर संभाग के जिलों नारायणपुर, बीजापुर, दंतेवाड़ा, सुकमा और कांकेर में लगातार नक्सल ऑपरेशन चल रहे हैं। बीहड़ जंगलों में फोर्स के कैंप खुलने से माओवादी संगठन बैकफुट पर हैं। हाल के मुठभेडों में कई केंद्रीय स्तर के नक्सली नेता मारे गए हैं, जिन पर करोड़ों रुपये के इनाम थे।