छत्तीसगढ़

ठेकेदार और एसडीओ की मनमानी

गरियाबंद।  गरियाबंद से आममोरा ओंड को जोड़ने वाली 31 किमी सड़क की मंजूरी 20 करोड़ की लागत से बने वाली सड़क का काम किसी तरह शुरू तो हुआ लेकिन शुरू होने के पहले ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया उसको परिणाम देखा सकते है हालाँकि सड़क का काम अधूरा ज़रूर है,

लेकिन जो कांक्रीट 12 किमी कांक्रीट सड़क बनाए गए थे हेवी पैकेज जो उस कांक्रीट सड़क में इस्तमाल हुआ है पैसे ज़्यादा उसमे खर्च किये गए थे सड़क में केवल 5 गाँव के लगभग 2 हजार से 3 हज़ार आबादी के लोग आते जाते हैं हैवी ट्रैफिक भी नहीं है इस तरह से आप देख रहे हैं,

कांक्रीट सड़क के गिट्टी उखड़ा रहे हैं आप सोचा सकते है कि किस तरह से अंदाज़ा लगा सकते हैं कि किस तरह से भ्रष्टाचार भी बढ़ावा दिया गया है या अनदेखी कर दी गई क्योंकि 24 बार टेंडर हुए थे 25 वे टेंडर में काम चालू तो हुआ कहीं न कहीं ऐसा लगता है,

की ठेकेदार अपने शर्त पर काम कराया हो हालाँकि ये नियम विरुद्ध है कि इस काम को ठेकेदार और एसडीओ ने मिली भगत के चलते भ्रष्टाचार की भेट चढ़ गई इस छेत्र के जिला पंचायत सदस्य संजय नेताम ने कहा कि इस सड़क के बारे मैंने ठेकेदार और विभागी एसडीओ को मैंने कॉल के माध्यम से अवगत करवाया था लेकिन पीएमजीएसवाई के एसडीओ और ठेकेदार के द्वारा ध्यान नहीं दिया जाता इसलिए सड़क की स्थिति ठीक नहीं है