छत्तीसगढ़

संस्कार भारती ने किय पद्मश्री अजय मंडावी का सम्मान

रायपुर। अखिल भारतीय संस्था संस्कार भारती ने पद्मश्री सम्मान के लिए चयनित काष्ट शिल्प के सिद्धहस्त कला साधक अजय मंडावी का सम्मान किया। कार्यक्रम का शुभारंभ गायत्री माता संतोषी माता की पूजन आरती से  हुआ। करतल ध्वनि के साथ मंचासीन अतिथियों का स्वागत किया गया। अतिथि सुरेश श्रीवास्तव ने अजय मंडावी के काष्ट कला और लगभग 400 कैदियों के जीवन को बदलने के योगदान पर प्रकाश डाला। तत्पश्चात अजय मण्डावी का पुष्पहार श्रीफल व शाल भेट कर सम्मान किया।
कार्यक्रम में विशेष रूप से हेमंत माहुलिकर प्रांतीय महामंत्री, डॉ पुरुषोत्तम चंद्राकर प्रांत सह महामंत्री एवं रिखी क्षत्रिय विधा कला संयोजक उपस्थित थे।  माहुलीकर ने संस्कार भारती के कार्य व उद्देश्य को बताते हुए कहा कि संस्कार भारती का  उदेश्य किसी संस्था से प्रतियोगिता करना या पुरस्कार देना मात्र नहीं बल्कि नई विधा कला प्रतिभा तक पहुंचना, खोजना और संवर्धन करना है। 

अजय मंडावी जी ने अपने काष्ट कला साधना की लम्बी यात्रा के विषय में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होने काष्ट कला को व्यक्ति व समाज रूपांतरण का माध्यम बनाया और उनकी सफलता में किन किन का योगदान रहा है। साथ ही संस्था के उपस्थित जनों  का सम्मान के लिए धन्यवाद दिया।  रिखी क्षत्रिय ने अपने अद्भुत लोक वाद्य यंत्रों के संग्रह व इतिहास के विषय मे बताया, वहीं डॉ.पुरुषोत्तम चंद्राकर ने अपने लोक कला संस्कृति को निरंतर संरक्षित व संवर्धित करने के कार्य के विषय में विचार रखें।
 
इकाई अध्यक्ष डॉ.गीता शर्मा ने कहा कि इस बच्चे की  उपलब्धि पर मुझे गर्व है। उपाध्यक्ष श्रीमती रीना लारिया ने काष्ट कला की विशिष्ट सेवा के लिए प्राप्त होने वाले देश के उच्च सम्मान की बधाई दी एवं उपस्थित जनों का परिचय देते अपने विचार रखे ।
 
आभार प्रदर्शन कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. दिनेश मिश्रा ने औऱ कार्यक्रम संचालन वरिष्ठ सदस्य सुरेश चंद्र श्रीवास्तव ने किया। कार्यक्रम में योगेंद्र सिंह परिहार, शिव सिंह भदौरिया, भावना हड़प सह कोषाध्यक्ष, अवधेश लारिया महामंत्री, रामशरण जैन कोषाध्यक्ष, राजेंद्र मिश्रा, मातृ शक्ति प्रमुख मंजू शर्मा, सीमा शर्मा और बिंदु दुबे उपस्थित रहीं।