छत्तीसगढ़

जनसेवा के लिए समय देना बहुत पुण्य का काम: जस्टिस चौरड़िया

रायपुर। सकल जैन समाज बिलासपुर एवं गुजराती समाज बिलासपुर के सहयोग से भारतीय जैन संघठना बिलासपुर, भगवान महावीर विकलांग सेवा समिति एवं रूरल इलेक्ट्रिकल कॉर्पोरेशन ने गुजराती समाज भवन टिकरापारा बिलासपुर में 25 से 30 जून तक निःशुल्क दिव्यांग सेवा शिविर एवं स्वास्थ्य परीक्षण शिविर लगाया है।

शिविर का उद्घाटन जस्टिस गौतम चौरड़िया ने की। विशिष्ट अतिथि भारतीय जैन संघठना के राष्ट्रीय सचिव डॉ. पंकज चोपड़ा, भारतीय जैन संघठना के प्रदेश महासचिव विजय गंगवाल, भारतीय जैन संघठना छत्तीसगढ़ के मेडिकल कैंप के चेयरपर्सन अरिहंत कोठरी एवं भारतीय जैन संघठना के पूर्व अध्यक्ष एसके जैन रहे। कार्यक्रम की शुरुआत भगवान महावीर के छायाचित्र के सामने दीप प्रज्ज्वलन और जैन महिला मंडल द्वारा मंगलाचरण से की गई।

इस दौरान भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति जयपुर के प्रतिनिधि उजागर सिंह लाम्बा ने अपनी संस्था के बारे में बताया। कहा कि 1975 में इस संस्था की शुरुआत पद्म विभूषण मेहता जी ने की थी। तब से लेकर आज तक यह संस्था 30 से अधिक देशों के 21 लाख से अधिक दिव्यागों को कृत्रिम हाथ, पैर, बैसाखी, व्हील चेयर, ट्राय साइकिल वितरित कर चुकी है। 

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति गौतम चौरड़िया ने कहा कि दुनिया का सबसे मुश्किल काम है सेवा और सेवा के लिए समय देना। लोग सेवा के लिए पैसे तो देते हैं लेकिन समय नहीं दे पाते, इसलिए जो भी लोग इस शिविर के सफल आयोजन के लिए अपना समय दे रहे हैं वो बहुत ही पुण्य का काम कर रहे हैं।