छत्तीसगढ़

BIG BREAKING : राजस्व प्रकरणों में लेट—लतीफी पर कलेक्टर का फूटा गुस्सा... आधा दर्जन पटवारियों और आरआई पर गिरी गाज

दुर्ग। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के ​गृह जिला दुर्ग में राजस्व प्रकरणों में लेट—लतीफी को लेकर कलेक्टर का गुस्सा फूट पड़ा है। दुर्ग कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने काम में लापरवाही को लेकर आधा दर्जन पटवारियों और एक आरआई को निलंबन आदेश थमा दिया है। 

मिल रही जानकारी के मुताबिक 4 पटवारी धमधा अनुविभाग के हैं, तो दो पटवारी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के गृह अनुविभाग पाटन से हैं। कलेक्टर मीणा ने कार्यों की समीक्षा के दौरान इनकी कार्यप्रणाली पर गौर किया और पाया कि इन्होंने विभिन्न प्रकरणों में अपने प्रतिवेदन भेजने में इन सभी ने काफी विलंब किया। जिसकी वजह से इन प्रकरणों का निराकरण रूका रहा। 

बताया जा रहा है कि कई सामाजिक संगठनों ने सामाजिक कार्यक्रमों में जरूरत के लिए भवन आदि की जरूरत के लिए आवेदन किया है। उनकी सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए शासन ने ऐसे सामाजिक संगठनों के लिए रियायती दरों पर नजूल जमीन उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन को निर्देशित किया है। 

निलंबन की वजह ये है

समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने पाया कि धमधा हल्का नंबर 1 के पटवारी केशव साहू ने त्रुटिपूर्ण गिरदावरी की थी। पटवारी हल्का नंबर 50 धमधा के लोकेश्वर सिंह ठाकुर के खिलाफ भी पटवारी हल्के में समय पर नहीं रहने की शिकायत मिली थी। पटवारी हल्का नंबर 49 के पटवारी नवीन मिश्रा पर भी समय पर हल्के में नहीं रहने से कार्रवाई की गई। धमधा तहसील के पटवारी हल्का नंबर 38 के पटवारी योगेश कुमार बंधेया के खिलाफ लोगों के काम को लंबे समय तक लटकाए रखने की शिकायत मिली थी।

इसी तरह पाटन पटवारी हल्का नंबर 53 गातापार पीकेश जायसवाल का तबादला दूसरे पटवारी हल्का में किया गया था, लेकिन आदेश के बाद भी उसने वहां कार्यभार ग्रहण नहीं किया। पटवारी हल्का क्रमांक 46 बीजभाठा के पटवारी ईश्वर सेवई को समीक्षा बैठक में अनुपस्थित रहना भारी पड़ गया।