सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से बच्चों ने बताया गणतंत्र दिवस का महत्व
महाराष्ट्र मंडल के शंकर नगर बाल वाचनालय में विविधता लिए रहा गणतंत्र पर्व
रायपुर। रानी पद्मावती स्कूल के बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से न केवल दर्शकों को गणतंत्र दिवस के महत्व का अहसास कराया, बल्कि अपनी मासूमियत के साथ उन्होंने भारत के संविधान के अनुरूप अनुशासनबद्ध जीवनशैली अपनाने का संकेत भी दिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रानी पद्मावती स्कूल के प्राचार्य प्रभाकर पटनायक रहे।
पटनायक और विशेष अतिथि सहज योग विशेषज्ञ श्रेणिक देशलहरा ने कहा कि आज ही के दिन हमारे देश का संविधान लागू हुआ था। हमें संविधान का सम्मान और रक्षा करना चाहिए। डॉ. भीमराव अंबेडकर के बनाए गए विश्व के श्रेष्ठतम संविधानों में से एक हमारा संविधान देश को विविध जाति- धर्म, संस्कृति, परंपरा, जनजातियां होने के बावजूद एकता के सूत्र में पिरोता है। यही वजह है कि आज भारत देश संविधान के अमृत महोत्सव पर न केवल एकजुट है, बल्कि तेज गति से विकास भी कर रहा है। आज का दिन अपने देश की आजादी के लिए जान देने वाले वीर बलिदानियों को याद करने का भी दिन है। इन्हीं बलिदानियों ने देश की आजादी, खुशहाली और तरक्की के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी।
कार्यक्रम की विशेष अतिथि महाराष्ट्र मंडल की महिला प्रमुख विशाखा तोपखानेवाले ने कहा कि भारत पूरे विश्व को कर्मयोग व हितोपदेश का पाठ पढ़ा रहा है। आज भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर है। कार्यक्रम का संचालन रेणुका पुराणिक ने किया। इस मौके पर वरिष्ठ सभासद पुष्पा जावलेकर, युवा समिति के समन्वयक विनोद राखुंडे, अरविंद जोशी, अजय पुराणिक समेत मंडल के अनेक सभासद, रानी पद्मावती स्कूल का स्टाफ व आमजन उपस्थित रहे।